तर्ज़- मेरी जो लाज है वो तेरे हाथ है। प्यारा दरबार है, सुंदर श्रृंगार है। कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है। हम तेरी राह निहारे, तू लीले चढ़ कर आजा ले मोरछड़ी हाथों में, भक्तो के कष्ट मिटा जा तेरी दरकार है, तेरा आधार है। कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है। तू बैठ
तर्ज़-तुम्ही मेरे मंदिर, तुम्ही मेरी पूजा अगर श्याम तुमको, कभी भूल जाऊं, ये दुनिया उसी पल, मैं छोड़ जाऊं, तन में बसे हो, मन में बसे हो, तुम तो मेरे कण-कण में बसे हो, मैं मुझमे कहीं जो, तुमको ना पाऊं, ये दुनिया उसी पल, मैं छोड़ जाऊं। गुनाह हो ना जाए, कोई श्याम हम
तर्ज़- अच्छा सिला दिया तूने बाबा मत मेरो विश्वास तोड़ियो थाने है कसम नहीं साथ छोड़ियो कैया बतलाऊं थाने, बोल के जुबानी रुक ही ना पावै माहरी, आंख्या से यो पानी मन से ही मन का थे, तार जोड़ियों थाने है कसम नहीं, साथ छोड़ियो…. दुनिया बिसारी माहने, थे ना बिसरायो हारयोडा हां बाबा माहने,
तर्जः- एक आस तुम्हारी है, विश्वास….. तूने सबको तारा है, जीवन भी संवारा है, मेरी डूबती नईया का, एक तू ही किनारा है, क्या मुझमें कमी पाई, निकला तू हरजाई, मेरे बाबा, दिवाना बनाके क्यूँ बिसरा दिया है, दीवाने ने तेरा ही नाम लिया है, चले आओ लीले की करके सवारी, झूंठी है दुनियां ये
तर्ज:- मैने रंगा बसन्ती चोला कार्तिक की ग्यारस आई, बरसे अमरित की धार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार, बड़भागी है पांडवकुल, जो मंगल बेला आई, ये दादा भीमबली भी, बांटे है आज बधाई, कोयलिया झूम के गाए, नाचे सारा संसार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार।। सूरज सा तेज है
तर्ज़:- ये तो सच है कि भगवान हैं सारे संकट जो पल में हरे, रखता सबका सदा मान है। हारे का जो सहारा बना, खाटू वाला मेरा श्याम है।। लीले पर बैठकर, लगता प्यारा बड़ा, जब मुसीबत पड़े, सबसे पहले खड़ा, तीन बाणों को ले, वो तो रण में चला, साथ हारे का देने, का
जब से खाटू आया, खाटूवाला बना मेरा, अपने ना बने अपने, अपने ना बने अपने, इसने पकड़ा हाथ मेरा, जब से खाटु आया, खाटू वाला बना मेरा।। मुफ़लिस में जो सोचा था, ये ना मिल पाएगा कभी, मैं सोच के भूल गया, इसने लिख ही लिया था तभी, मेरी सोच बदल करके, सपना किया पूरा
क्या बैकुंठ क्या स्वर्ग का करना, मुझको जान से प्यारा, खाटू धाम हमारा, हो खाटु धाम हमारा, इसके आगे फीका लगता, है हर एक नज़ारा, खाटु धाम हमारा, खाटु धाम हमारा।। खाटू की धरती पावन, जहाँ बाबा का है बसेरा, मेरा तो स्वर्ग वही पे, जहाँ श्याम धणी का डेरा, इससे सुन्दर कुछ भी नहीं
नज़रे जरा मिला ले, ऐ श्याम खाटू वाले…2 अपना मुझे बना ले, नजरें जरा मिला ले… आया शरण में तेरी, फरियाद सुनले मेरी, जल्दी करो सुनाई, किस बात की है देरी, किस बात की है देरी, क्यों ना मुझे संभाले, नजरें जरा मिला ले…. हारे का साथ दे दे, अटकी हुई को खे दे, तेरा