प्यारा दरबार है, सुंदर श्रृंगार है।

Pyara Darbar Hai Sunder Shingar Hai

तर्ज़- मेरी जो लाज है वो तेरे हाथ है।

प्यारा दरबार है, सुंदर श्रृंगार है।
कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है।
हम तेरी राह निहारे, तू लीले चढ़ कर आजा
ले मोरछड़ी हाथों में, भक्तो के कष्ट मिटा जा
तेरी दरकार है, तेरा आधार है।
कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है।
तू बैठ सिंघासन ऊंचे, मैं तेरे चरण दबाऊं
मनुहार करू मैं तेरी और मीठे भजन सुनाऊँ
तेरा परिवार है, सेवक तैयार है।
कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है
है दीन सचिन ये बाबा, तू दीनानाथ कुहाता
बैठा है आस लगाए, फिर भी क्यूं देर लगाता
टूटी पतवार है, तू खेवनहार है।
कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है।

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