तूने सबको तारा है, जीवन भी संवारा है,

Tumne Sabko Tara Hai Jiwan Bhi Swara Hai

तर्जः- एक आस तुम्हारी है, विश्वास…..

तूने सबको तारा है, जीवन भी संवारा है,
मेरी डूबती नईया का, एक तू ही किनारा है,

क्या मुझमें कमी पाई, निकला तू हरजाई,
मेरे बाबा, दिवाना बनाके क्यूँ बिसरा दिया है,
दीवाने ने तेरा ही नाम लिया है,
चले आओ लीले की करके सवारी,
झूंठी है दुनियां ये सुनले बिहारी,
क्या मुझमें कमीं पाई, निकला तू हरजाई
मेरे नेनों की पुतली में, सूरत ही तेरी पाई-2
हर प्रेमीं यही कहता, हारे का सहारा है,
मेरी डूबती नईया का…….

यूं पहले तेरे दरपे, ऐसा नहीं होता था,
अ मेरे बाबा,आतें है बनके जो दरपे सवाली,
लौटा ना दरसे कभी कोई ख़ाली,
दुनियां में तुमसा ना दातार कोई,
तेरे दरपे आके मेरी आँख रोई,
यूं पहले तेरे दरपे ऐसा नहीं होता था
खाटू में आकरके प्रेमीं नहीं रोता था-2
सरकार दया करदो, अब तू ही हमारा है,
मेरी डूबती नईया का……

नजरें क्यूं मिलाई थी, जादू क्यूं चलाया था,
अ कन्हईया, दुनियां में तूने क्यूं रुसवा किया है,
जीवन ये तेरे ही नाम किया है,
छाई उदासी है कुछ रंग घोलो,
नईया भंवर में है अब कुछतो बोलो,
नजरें क्यूं मिलाई थी, जादू क्यूं चलाया था,
मोनू को भी तुमने ही, प्रभु पार लगाया था,
में हार गया जगसे, कोई ना हमारा है,
मेरी डूबती नईया का……

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