सारे संकट जो पल में हरे, रखता सबका सदा मान है।

Sare Sankat Jo Pal Me Hare Rakhta Sabka Sda Dyan Hai

तर्ज़:- ये तो सच है कि भगवान हैं

सारे संकट जो पल में हरे, रखता सबका सदा मान है।
हारे का जो सहारा बना, खाटू वाला मेरा श्याम है।।

लीले पर बैठकर, लगता प्यारा बड़ा,
जब मुसीबत पड़े, सबसे पहले खड़ा,
तीन बाणों को ले, वो तो रण में चला,
साथ हारे का देने, का कर फैसला,
पूरा करने वचन के लिए, दे दिया शीश का दान है ।।
हारे का जो सहारा बना…..

ऐसा दिलदार है, खोले भण्डार है,
नैया भव से करे, सबकी ये पार है,
जब पुकारो इसे, दौड़ा आता है ये,
सबके कष्टों को हरदम, मिटाता है ये,
सारे जग से जो थक हार के, लेता बाबा तेरा नाम है।।
हारे का जो सहारा बना…..

मेरे आँसू प्रभु, तुम मिटाते सदा,
झोली भरते मेरी, और मांगू में क्या,
तुने दिल खोल कर, मुझको इतना दिया,
निर्थन को प्रभु माला-माल किया,
कहता कर जोड़ कर ये किशन, तेरा मुझपे जो एहसान है।।
हारे का जो सहारा बना…..

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