बाबा मेरा काम करोगे, बोलो क्या लोगे, सिर पर हाथ धरोगे, बोलो क्या लोगे, छोटी सी है नाव मेरी ओ बाबा जी, इसको पार करोगे, बोलो क्या लोगे, बाबा मेरा काम करोगें, बोलो क्या लोगे।। ये जीवन चार दिन का है, तुम्हारा साथ क्या मांगे, बड़ी छोटी सी जिंदगानी, तुम्हारा हाथ क्या मांगे, लम्बी उम्र
जिसके हृदय में हरि सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा॥ सच्ची धारणा से प्रह्लाद ने जो ध्याया था, खम्बे से हरि जी का दर्शन पाया था, कहते है जिसको दर्शन होगा, (कहते है जिसको दर्शन होगा) उसका सफल क्यों ना जीवन
सामने आओगे या आज भी परदा होगा-२ रोज ऐसा ही अगर होगा तो कैसा होगा-२ सामने आओगे या आज भी परदा होगा। मौत आती है तो आ जाये कोई गम ही नहीं-२ वो भी तो आएगा, जो मेरा मसीहा होगा, सामने आओंगे या आज भी परदा होगा। मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा-२
मोहे ब्रज की धुल बना दे, लाड़ली श्री राधे, स्वामिनी श्री राधे, मोहे ब्रज की धूल बना दे, लाड़ली श्री राधे।। मैं साधन हिन किशोरी जी, दीनन में दीन किशोरी जी-२ मेरे सोये भाग्य जगा दे, लाड़ली श्री राधे, मोहे ब्रज की धूल बना दे, लाड़ली श्री राधे।। अज्ञानी अभागिन हूँ दासी, अखियाँ दर्शन को
जरी की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला, कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे प्यारा। ज़री की पगड़ी बाँधे… कानों में कुण्डल साजे, सिर मोर मुकुट विराजे, सखियाँ पगली होती, जब – जब होठों पे बंशी बाजे। हैं चंदा यह सांवरा, तारे हैं ग्वाल बाला, कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे प्यारा॥ लट घुँघरे बाल, तेरे
बांके बिहारी तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये, नैना उलझ गये मुश्किल में पड़ गये। (बांके बिहारी तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये) जब मैं जाऊ पनिया भरन को, सखिया के संग तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये। बांके बिहारी तुझे देख के… जब मैं जाऊ यमुना नहाने, चीर चुराते तुझे देख
काळा काळा कहवें रै गुजरी, मत काळे का ज़िकर करै, काले रंग पे मोरनी रुदन करै, काळा काळा कहवें रै गुजरी। मोटे मोटे नैन राधा के, जिसमें सुरमा ख़ूब सजै, काले रंग पे मोरनी रुदन करै, काळा काळा कहवें रै गुज़री, काले रंग पे मोरनी रुदन करै। लाम्बे लाम्बें (लम्बे-लम्बे) केश राधा के, जिसमें मांग
नन्दलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने द्वार मुझे, धन और दौलत चाह नहीं, प्रभु दे दो अपना प्यार मुझे, तेरे प्यार में इतना खो जाऊ, पागल समझे संसार मुझे, जब दिल अपने में झाँकू मैं, हो जाये तेरा दिदार मुझे। गुनहग़ार हूँ, ख़तावार हूँ, मैं हूं नहीं मैं हूँ नहीं, तेरे प्यार के काबिल।
धारा तो बह रही है श्री राधा नाम की, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, धारा तो बह रही हैं श्री राधा नाम की। सूझे कुछ और नाही वृन्दावन धाम के, सुझे कुछ और नाही श्री राधा नाम के। धारा वो बह गई हैं श्री
तर्ज:- वक्त ने किया, क्या हरीं सितम सांवरे के दर बढ़ाले हर कदम, छुट जायेंगे तेरे हर ये गम…. सारथी बनो कृष्ण से कहो, ले जाये जिस दिशा उसी दिशा बहो, गीता का ले तु ज्ञान,अपनी बना पहचान, जो साथ हे तेरे, वही है परम ब्रहम…. जीत जायेगा तु हर एक जंग, हे सांवरा खड़ा