सांवरे के दर बढ़ाले हर कदम,

Sanware Ke Dar Badhale Har Kadam

तर्ज:- वक्त ने किया, क्या हरीं सितम

सांवरे के दर बढ़ाले हर कदम,
छुट जायेंगे तेरे हर ये गम….

सारथी बनो कृष्ण से कहो,
ले जाये जिस दिशा उसी दिशा बहो,
गीता का ले तु ज्ञान,अपनी बना पहचान,
जो साथ हे तेरे, वही है परम ब्रहम….

जीत जायेगा तु हर एक जंग,
हे सांवरा खड़ा जब तक तेरे संग,
सामना तो कर, नहीं किसी से डर,
जो रोक ले तुझे, हे ना किसी में दम….

केशव जीवन तेरा बदल युं जायेगा,
जब सांवरे की तु कृपा को पायेगा,
बस सर झुका रहे, याचक बना रहे,
हो हाथ ये फैले, हो आँखे तेरी नम….

भजन लेखकः मनीष शर्मा, जोरहाट (आसाम)

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