मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे आया बिरज का बाँका, संभाल तेरी गगरी रे अरे मच गया शोर… देखो अरे देखो कहीं ऐसा न हो जाए चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए अरे धमकाता है इतना तू किसको डरता है कौन आने दे उसको ऐसे न बहुत बोलो मत ठुमक-ठुमक डोलो