राधे तू बड़ भागिनी, कोन तपसिया किन। तीन लोग तारन तरन, सो तेरे हाथ हीन॥ एक ना त्यागे दुनियादारी वो मीरा कहलाई। दूजी राधा रानी बनके, श्याम सलोना पाई॥ मुझको भी तू अपनाले, मन वृंदावन बन जाए। मुझमे तू ही बस जाए, और मन तुझमे रम जाए॥ (ओ मेरे कान्हा) (जय जय राधा रमन हरी
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है, अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है। एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है… फूलों में महक तुमसे, तारों में चमक तुमसे, मेरे बाबा… इतना बता दो कहा तुम नहीं हो, ये सब को पता है की तुम हर कहीं हो, अगर तुम ना होते तो दुनिया
मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे… तेरे बिना मेरा है कौन यहाँ, प्रभु तुम्हे छोड़ मैं जाऊँ कहां, मैं तो आन पड़ा हूँ दर तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे… मैंने जनम लिया जग में आया, तेरी कृपा से ये नर तन पाया, तूने किये
श्री महावीर् अमर संकीर्तन मंडल शहर के प्राचीनतम भजन मंडलों में से एक है जिसकी प्रथम कार्यकारिणी का गठन वर्ष 1952 में किया गया था। तब से यह मंडल श्री राम नाम के जाप, बालाजी महाराज के प्रचार में लगा हुआ है इसके साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों और सामाजिक कार्यों में इसका सराहनीय योगदान रहा है।
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना। दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से, कमल लजाएं तेरी, अँखियों को देख के। भूली घटाएं तेरी, कजरे की रेख पे, मुखड़ा निहार के, सो चाँद गये हार के, दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना। दो
तुम्ही श्याम अपने, सगरे पराए, काम पड़ा तो, तुम्ही काम आए। कहते थे खुद को, जीवन के संगी, बदले जमाना, बदलेंगे ना कभी, भागे जो रैन भागे, सूरज उगाए। काम पड़ा तो, तुम्ही काम आए, तुम्ही श्याम अपने, सगरे पराए, काम पड़ा तो, तुम्ही काम आए। दुनिया के मेले में, तुमको भूलाया, कभी नाम तेरा,
उस बांसुरी वाले की, लीले घोड़े वाले की..(x2) गोदी में सो जाऊँ, मेरा दिल करता है, श्याम के भजनो में खो जाऊँ।। देखि दुनिया दीवानी, ये मतलब की मस्तानी, बिन मतलब रुख ना जोड़े, यहाँ नित नित नयी कहानी, किस किस को छोड़ू बाबा, किस किस को अपनाऊँ, मेरा दिल करता है, श्याम के भजनो
मिलना हमें तुमसे, ये सोचके आए है। खाली ना लौटाना, विश्वास लाए है। मेरे श्याम…कृपानिधान… सुनो घनश्याम…मेरे श्याम… जग के थपेड़ो ने चोट ऐसी मारी, उजड़ने लगी है बाबा, हस्ती हमारी। हसना हमें है बाबा, बड़े दिन दुःख पाए है। खाली ना लौटाना, विश्वास लाए है। मेरे श्याम कृपानिधान, सुनो घनश्याम मेरे श्याम।। तेरा नाम