Category: Krishan Bhajan

जब चिंता कोई सताए, तो भजन करोVerified Lyrics 

जब चिंता कोई सताए, तो भजन करो। जब व्याकुल मन घबराए, तो भजन करो। जब चिंता कोईं सताए, तो भजन करो। भूल भुलैया सकल जगत है, हर एक प्राणी फिरत भटकत है, कोई राह नज़र ना आए, तो भजन करो। जब चिंता कोईं सताए, तो भजन करो सुख आनंद की बेला में, कोई सुमिरण करता

श्याम आया रे घनश्याम आया रे…Verified Lyrics 

श्याम आया रे घनश्याम आया रे… झुला झुलो री राधा रानी झुलाने तेरा श्याम आया रे। श्याम आया श्याम आया श्याम आया रे॥ सावन की बरसे है रिमझिम बदरिया, रिमझिम बदरिया रिमझिम बदरिया। तेरी चुनरिया भिगोने ओ राधे तेरा श्याम आया रे॥ श्याम आया श्याम आया श्याम आया रे, झुला झुलो रे राधा रानी झुलाने

आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दोVerified Lyrics 

आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दो, मेहँदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो , मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो। सतसंग मे मेरी बात चलायी, सतगुरु ने मेरी किन्ही सगाई, उनको बोला के हथलेवा तो करा दो, मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो। ऐसी ओडु चुनरी जो रंग नाही छूटे, ऐसा वरु

जब से नैन लड़े गिरधर सेVerified Lyrics 

दोहा – एक दिना मोहे मिल गयो, वह छैला नन्दकुमार, सखी लूट लियो ये दिल मेरो, अखियन में अखियाँ डार। जब से नैन लड़े गिरधर से, मेरी अकल गई बोराय, जाने कैसा जादू डाला, चारो ओर नज़र वो आए, जब से नैन लड़े गिरधर से। वृन्दावन की कुञ्ज गलिन में, जबसे देखा नन्द का लाला,

लड्डू गोपाल मेरा, लड्डू गोपाल।Verified Lyrics 

लड्डू गोपाल मेरा, लड्डू गोपाल। छोटा सा है लला मेरा, करतब करे कमाल, सबसे पहले मुझे जगाओ, फिर गंगा जल से नहलाओ, नई नई पोशाक बनाओ, बदल बदल कर के पहनाओ. केसर चन्दन तिलक लगाओ, गल फूलो की माल, लड्डू गोपाल मेरा… सिर पे मोर मुकुट की पगड़ी, कमर बांध सोने की तगड़ी, नए नए

आज हरी आये, विदुर घर पावना॥Verified Lyrics 

आज हरी आये, विदुर घर पावना॥ आज हरी आये, विदुर घर पावना॥ विदुर नहीं घर मैं विदुरानी ,आवत देख सारंग प्राणी । फूली अंग समावे न चिंता ॥ ,भोजन कंहा जिमावना ॥ केला बहुत प्रेम से लायीं, गिरी गिरी सब देत गिराई । छिलका देत श्याम मुख मांही ॥,लगे बहुत सुहावना, इतने में विदुरजी घर

तू ही बन जा मेरा मांझी पार लगा दे मेरी नैया,Verified Lyrics  

तू ही बन जा मेरा मांझी पार लगा दे मेरी नैया, हे नटनागर कृष्ण कन्हैया पार लगा दे मेरी नैया… इस जीवन के सागर में हर क्षन लगता है डर मुझ्को, क्या भला है क्या बुरा है तू ही बता दे मुझ्को, हे नटनागर कृष्ण कन्हैया पार लगा दे मेरी नैया… क्या तेरा और क्या

होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन..Verified Lyrics 

होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में। वृंदावन कुञ्ज गलिन में, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥ होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में। वृंदावन कुञ्ज गलिन में, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥ नंदगांव के छैल बिहारी, बरसाने कि राधा प्यारी, हिलमिल खेले गोपी ग्वाल, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥ होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,Verified Lyrics 

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने। छलिया से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥ हर बात निराली है उसकी, कर बात में है इक टेडापन । टेड़े पर दिल क्यूँ आया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥ जितना दिल ने तुझे याद

बरसाने में होली खेलु राधा बड़ी प्यारी है,Verified Lyrics 

बरसाने में होली खेलु राधा बड़ी प्यारी है, ये केहता कृष्ण मुरारी है, राधा संग सखियाँ सारी है होली में उड़े रंग भारी है, कोई गोई कोई काली है ये कहता कृष्ण मुरारी है, राधा वहा बड़ी न्यारी है, बरसाने में होली खेलु राधा बड़ी प्यारी है, बीगी अंगियां बीगी साडी मारेगा न जब पिचकारी,