तुमने बुलाया फिर मुझे लो आ गया प्रभु दर्शन दिए है आपने की है दया प्रभु ◾️ राहे थी बंद आपने रस्ते बना दिए सब इंतज़ाम कर दिए बाबा मेरे लिए करजाई फिर से आपका मैं हो गया प्रभु ◾️ चाहोगे जब भी तुम प्रभू आऊंगा मैं ज़रूर दर्शन को नैन बावरे कैसे रहेंगे दूर
दर्शन दिखादे मेरे श्याम, बाबा आन पड़ा हूँ तेरे द्वार पे लाखो की नैया बन के खिवैया तूने पार लगाये मेरी भी नाव डोले खाए हिचकोले मेरे श्याम कन्हाई झूठे सहारे हैं तमाम, बाबा आन पड़ा हूँ तेरे द्वार पे दर्शन दिखा दे मेरे श्याम… ◾️ कब से पुकारूँ, बाट निहारूं मेरी बिगड़ी बना दे
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा बरसाए रखना मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से लिपटाए रखना ◾️ छोड दुनिया के झूठे नाते सारे, किशोरी तेरे दर पे आ गया मैंने तुमको पुकारा ब्रज रानी, जग से बचाए से रखना, कृपा बरसाए रखना… ◾️ इन स्वांसो की माला पे मैं, सदा ही तेरा नाम
आओ कन्हैया, आओ मुरारी, तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥ तेरे दर पे आया सुदामा पुजारी॥ आओ कन्हैया, आओ मुरारी… ◾️ क्या मैं बताऊँ, क्या मैं सुनाऊँ, एक दुःख नहीं जो मैं मन में छिपाऊँ। घट-घट की जानते हो, तुम सब मुरारी, तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥ आओ कन्हैया, आओ मुरारी… ◾️ ना तो डगर
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम। चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान॥ ◾️ वो नन्ना सा बालक है, सांवली सी सूरत है, बाल घुंघराले उसके, पहनता मोर मुकुट है। नयन उसके कजरारे, हाथ नन्ने से प्यारे, बांदे पैजन्यिया पग में, बड़े दिलकश हैं नज़ारे। घायल कर देती है दिल को, उसकी इक मुस्कान॥ बताओ कहाँ
हरे कृष्णा कृष्णा बोल, राधे राधे राधे बोल॥ हरे कृष्णा कृष्णा बोल, राधे राधे राधे बोल॥ तेरी मुरली की धुन सुनने, मैं बरसाने से आई हूँ। मैं बरसाने से आई हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ। ◾️ अरे रसिया, ओ मन बसिया, मैं इतनी दूर से आयी हूँ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने, मैं बरसाने
प्रिय लाल राजे जहा तहा वृन्दावन जान वृन्दावन ताज एक पग जाये रसिक सुजान उर्र ऊपर नित्य रहू लटका अपनी बन माल का फूल बना दे लेहरे टकराती हो जिससे कामनिये कालिंदी का फूल बना दे करकंज से थमते हो जिसको उस वृक्ष कदम्ब को मूल बना दे ◾️ पद पंकज तेरे छुएंगे सदा ब्रजराज
मत कर तू अभिमान रे बंदे, झूठी तेरी शान रे। मत कर तू अभिमान॥ ◾️ तेरे जैसे लाखों आये, लाखों इस माटी ने खाए। रहा ना नाम निशान रे बंदे, मत कर तू अभिमान॥ ◾️ माया का अन्धकार निराला, बाहर उजला अन्दर काला। इस को तू पहचान रे बंदे, मत कर तू अभिमान॥ ◾️ तेरे
श्याम तेरी बन्सी पुकारे राधा नाम लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ◾️ साँवरे की बन्सी को बजने से काम राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ◾️ जमना की लहरें बन्सीबट की छैया किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया ◾️ श्याम का दीवाना तो सारा ब्रिजधाम लोग करे मीरा को