तर्ज – है प्रीत जहाँ की रीत सदा। खाटू में जब जब ग्यारस की, शुभ रात जगाई जाती है। बैठा के सामने बाबा को, हर बात बताई जाती है। खाटू में जब जब ग्यारस की। 1 । दरबार में बैठा हर प्रेमी, भजनो से तुम्हे रिझाता है। तेरी देख रेख में वो अपना, परिवार छोड़
ओ बाबा लाज तू रखियो, रखियो, तेरे भरोसे हूँ, नजरों से दूर ना करियो करियो, तेरे भरोसे हूँ, मैं ही तेरा, तू है मेरा, सुन ले ओ मेरे साँवरे, मैंने जब से बाबा तेरे दर पे शीश झुकाया, हर मुश्क़िल मैं हर विपदा तूने साथ निभाया, शान से रहता हूँ मैं बाबा, देखें आज ज़माना,
श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है…..(2) तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है….(2) जब जब भी इसे पुकारू मैं, जब जब भी इसे पुकारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं, जब जब भी इसे पुकारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं, ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे
बुलावो जो तुम प्रभु को, प्रेम से बुलाना, प्रेम से बुलाना, प्रेमियों के घर में रहता, इनका आना जाना, बुलावो जो तुम प्रभु को, प्रेम से बुलाना, प्रेम से बुलाना, प्रेमियों के घर में रहता, इनका आना जाना, बुलावो जो तुम प्रभु को… पासे में दुर्योधन, जब पांडव को हराया था, और भरी सभा में
वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है, जिसकी रेहमत से होता हर इक काम है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, हर चाहत पूरी करे दिल की आवाज को सुन कर, फूलो की सहज सजा दी राहो
जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है वो खाटू वाला श्याम धणी मेरा यार है जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है वो खाटू वाला श्याम धणी मेरा यार है खाटू में लगा कर बैठा जो दरबार है मेरा यार है वो मेरा यार है जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है वो खाटू वाला
श्याम मुझपे भी नज़रे करम कीजिये, मैं भी हारा जगत से रेहम कीजिये।। अपनों ने साथ छोड़ा न कोई मेरा, दर बदर खा के ठोकर मिला दर तेरा, श्याम मेरी भी बिगड़ी बना दीजिये, मुझपे उपकार प्रभु इक कीजिये, श्याम मुझपे भी नज़रे कर्म कीजिये, मैं भी हारा जगत से रेहम कीजिये, मेरे जीवन के
Singer Name : singer : मयंक अग्रवाल (कोलकाता वाले)जीता हूँ जिसके लिए, जिसकी कृपा से हँसता हूँ… एक तू है मेरा सांवरिया, जिसका मैं ध्यान करता हूँ। आँखों से भक्तों के बहते है आंसू , जब देखते हैं तुझे….२ बिगड़ी बनाये दुखड़े मिटाये, जो ध्याता है तुझे….२ तू ही सबसे बडा दानी, मैं भी रिझाऊ
नहीं लेना किसी और का सहारा श्याम तेरा चाहिए-2 हो बाबा तू ही है गरीबों का सहारा, सहारा श्याम तेरा चाहिए-2 जो कुछ भी लेंगे तुमसे ही लेंगे हम तो तुम्हारी शरण में रहेंगे मेरी नैया माँगे तुमसे किनारा सहारा श्याम………………….।।1।। ना जाने कितनों का साथी कन्हैया बिगड़ी बना दो ओ बंशी बजैया ना जाने
मेरे दिल की पतंग में श्याम की डोर तू लगाई देना कहीं और ना उड़ जाए इसे खाटू धाम उड़ाई देना मेरें दिल की पतंग में श्याम की डोर तू लगाई देना बड़े बड़े संकट टल जाते हैं जब साथ हो श्याम हमारा हर विपदा पर भारी पड़ता श्री श्याम का एक जयकारा सांवरिया तेरी