श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप हैVerified Lyrics 

Shyam Sanware Dekh Tujhe Kitna Sunder Roop Hai

श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है…..(2)
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है….(2)
जब जब भी इसे पुकारू मैं, जब जब भी इसे पुकारू मैं,
तस्वीर को इसकी निहारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
जब जब भी इसे पुकारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने…..(2)

खुस हो जाए अगर सावरिया किस्मत को चमका देता…..(2)
हाथ पाकर ले अगर किसी का जीवन स्वर्ग बना देता…..(2)
यह बातें सोच विचारू मैं, यह बातें सोच विचारू मैं…..(2)
यह बातें सोच विचारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं…..(2)
ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने…..(3)

श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है…..(2)
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है….(2)
जब जब भी जग से हारू मैं, जब जब भी जाग से हारू मैं,
जब जब भी जग से हारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने…..(3)

गिरने से पहले से ही आकर बाबा मुझको संभाल लेगा,
पूरा है विस्वास है राज को तूफ़ानो से निकलेगा,
यह तन मन तुझपे वारू मैं, यह तन मन तुझपे वारू मैं
यह तन मॅन तुझपे वारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने…..(3)

श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है….(2)
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है….(2)
जब जब भी इसे पुकारू मैं, जब जब भी इसे पुकारू मैं,
जब जब भी इसे पुकारू मैं, तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
ओह मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने…..(3)

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