स्वागतम् कृष्णा शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् सुस्वागतम् शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् सुस्वागतम् शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् कृष्णा शरणागतम् कृष्णा।। अभी आता ही होगा सलोना मेरा, हम राह उसी की तका करते हैं, कविता-सविता नहीं जानते हैं, मन में जो आया सो बका करते हैं।। पड़ते उनके पद पंकज में, चलते-चलते जो थका करते हैं, उनका रस रूप पिया
जरी की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला, कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे प्यारा। ज़री की पगड़ी बाँधे… कानों में कुण्डल साजे, सिर मोर मुकुट विराजे, सखियाँ पगली होती, जब – जब होठों पे बंशी बाजे। हैं चंदा यह सांवरा, तारे हैं ग्वाल बाला, कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे प्यारा॥ लट घुँघरे बाल, तेरे
धारा तो बह रही है श्री राधा नाम की, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, धारा तो बह रही हैं श्री राधा नाम की। सूझे कुछ और नाही वृन्दावन धाम के, सुझे कुछ और नाही श्री राधा नाम के। धारा वो बह गई हैं श्री
बांके बिहारी रे दूर करो दुःख मेरा, गिरवरधारी रे दूर करो दुःख मेरा। सुना है जो तेरी शरण में आवे, उसके दुखड़े सब मिट जावे, मैं आई शरण तिहारी रे, बांके बिहारी रे दूर करो दुःख मेरा। सारी दुनिया की ठुकराई अब तो तेरी शरण में आई, मेरी लाज रखो वनवारी रे, बांके बिहारी रे
गोकुल में देखो, वृंदावन में देखो, गोकुल में देखो, वृंदावन में देखो, मुरली बाजे रे, श्याम संग राधा नाचे रे… चन्द्र किरण सा श्याम सलोना, दोई आँखे कजरारी, ठुमक ठुमक नाचे, गोपियन के संग, जग का पालनहारी, सार बिहारी संग राधा सुकुमारी, ब्रिज में विराजे रे, श्याम संग राधा नाचे रे… छम छम नाचे राधे
आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दो, मेहँदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो , मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो। सतसंग मे मेरी बात चलायी, सतगुरु ने मेरी किन्ही सगाई, उनको बोला के हथलेवा तो करा दो, मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो। ऐसी ओडु चुनरी जो रंग नाही छूटे, ऐसा वरु
है मतवाला मेरा रखवाला, लाल लंगोटे वाला सालासर वाला, ये मेहंदीपुर वाला रोम रोम राम बसाये जपत राम की माला ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला || राम काज करने अवतारे राम प्रभु के काज सवारे अंजनी पुत्र राम के प्यारे सीता राम ह्रदय में धारे वीर है बंका
भोले नाथ से निराला, गौरीनाथ से निराला, कोई और नहीं,कोई और नहीं। भोला नाथ से निराला, गौरी नाथ से निराला, कोई और नहीं। ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं॥ उन का डमरू डम डम बोले, अगम निगम के भेद खोले। ऐसा डमरू बजाने वाला, ऐसा भक्तो का रखवाला,कोई और नहीं॥ भोले नाथ से निराला,
यह तो प्रेम की बात है उधो, बंदगी तेरे बस की नहीं है। यहाँ सर देके होते सौदे, आशकी इतनी सस्ती नहीं है॥ यह तो प्रेम की…. प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा, उनकी पूजा में सुन ले ए उधो। यहाँ दम दम में होती है पूजा, सर झुकाने की फुर्सत नहीं है॥ यह तो
मुझे चरनो से लगा ले, मेरे श्याम मुरलीवाले – (2) मेरी साँस साँस में तेरा, है नाम मुरलीवाले, मुझे चरनो से लगा ले मेरे श्याम मुरलीवाले – (2) भक्तों की तुमने कान्हा विपदा है टाली, मेरी भी बाहें थामो आके बिहारी – (2) बिगड़े बनाए तुमने, बिगड़े बनाए तुमने, हर काम मुरलीवाले, मुझे चरनो से