Tag: Lakhbir Singh Lakha

जिस पर हो हनुमान की कृपा….Verified Lyrics 

जिस पर हो हनुमान की कृपा, तकदीर का धनी वो नर है, रखवाला हो मारुती नंदन, फिर किस बात का डर है, भजन पवन सुत का कीजिये, नाम अमृत का प्याला पीजिये, शीश मुकुट, कान में कुण्डल लाल सिन्दूर सी काया, लाल लंगोटे वाला हनुमंत, माँ अंजनी का जाया, नाश करे दुष्टों का, भक्तों का

प्यारा सजा है द्वार भवानी

माता रानी का प्यारा भजन जय माता दी बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी । भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥ प्यारा सजा….. ऊँचे पर्वत भवन निराला । आके शीश निवावे संसार, भवानी ॥ प्यारा सजा….. जगमग जगमग ज्योत जगे है । तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी ॥ तेरे भक्तों की लगी

निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे मेंVerified Lyrics 

निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में भेस निराला, जय हो, पीए भंग का पायला, जय हो सर जटा चढ़ाये, जय हो, तन भसम लगाए,

वो है जग से बे-मिसाल सखीVerified Lyrics 

वो है जग से बे-मिसाल सखी, माँ शेरोवली कमाल सखी, तुझे क्या बतलाऊ, वो है कितनी दीनदयाल, सखी री तुझे क्या बतलाऊ, तुझे क्या बतलाऊ॥ जो सच्चे दिल से, द्वार मैय्या के जाता है, वो मुँह माँगा वर, जग जननी से पाता है॥ फिर रहे ना वो, कंगाल सखी, हो जाए, मालामाल सखी, तुझे क्या

भर दे रे श्याम झोली भर दे भर दे,Verified lyrics 

भर दे रे श्याम झोली भर दे भर दे, ना बहलाओ बातों में….।।1।। दिन बीते, बीती रातें, अपनी कितनी हुई रे मुलाकाते, तुझे जाना, पहचाना, तेरे झुठे हुए रे सारे वादे, भूले रे श्याम तुम तो भूले, भूले, क्या रखा हैं वादों में, भर दे रे…… ।।2।। नादान हैं, अंजान हैं, श्याम तू ही तो

माँ वीणा पानी हो विद्या वरदानी हो।

माँ वीणा पानी हो, विद्या वरदानी हो, मेहरो वाली हो, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, अपने भक्तो की, अपने बच्चो की तुम रखवाली हो, मेरी माँ, ओ माँ।। ◾️नाम है जितने माता तुम्हारे, एक रूप के हे जगदम्बे, रूप अनेको सारे, शारदे माँ हो तुम, लक्ष्मी माँ हो तुम, कहीं पे काली

मेरी विपदा टाल दो आकर हे जग जननी माता।

मेरी विपदा टाल दो आकर, हे जग जननी माता।। ◾️तू वरदानी है, आद भवानी है, माँ तू वरदानी है, आद भवानी है, क्या में तेरा लाल नहीं हूँ, क्या तू माँ नहीं मेरी, फिर क्यों लगाई देरी, तू ही कहदे है ये कैसा, माँ बेटे का नाता, शेरों वाली माता, शेरों वाली माता।। ◾️में अज्ञानी

नित महिमा मैं गाउँ मैया तेरी।

नित महिमा मैं गाउँ मैया तेरी, ◾️और क्या माँगू मैं तुमसे माता, बस धूल चरण की चाहूँ, पल पल याद करूँ मैं तुमको, मैं हिरे रतन ना चाहूँ, अब तक तेरा प्यार मिला है, माँ हर मांग मिली मेरे मन की, आगे भी तू रखना दया माँ, तू मालिक है त्रिभुवन की, नित महिमा मैं

मेहंदी रची थारे हाथा में।

मेंहदी रची थारे हाथा मे, उड रहयो काजल आंख्या मे, चुनडी रो रंग सुरंग म्हारी आमज माँ।। ◾️अरे चांद उग्यो ओ राता मे, फूल उग्यो रण बागा मे, अरे चांद उग्यो ओ राता मे, फूल उग्यो रण बागा मे, थारो ऐसो सुहाणौ रूप म्हारी दुर्गा माँ मेंहदी रची थारे हाथा मे,,,,,औहौ। ◾️अरे रूप सुहाणौ जद

मैया अम्बे मैया लाल तेरा घबराये हर पल तुझे बुलाये।

मैया अम्बे मैया, लाल तेरा घबराये हर पल तुझे बुलाये। ◾️मैया अंबे मैया मैया अम्बे मैया, लाल तेरा घबराये हर पल तुझे बुलाये, माँ लाल तेरा घबराये रो रो तुझे बुलाये, राह निहारे सुबह शाम, मैया अम्बे मैया मैया अम्बे मैया।। ◾️बिच भवर मैं मेरी नैया, अटकी री माँ, गम की लहरो में भटकी री