तूने खूब दिया सब भक्तों को, अब आज हमारी बारी है, अब आज हमारी बारी है, अब आज हमारी बारी है। थोड़ा-थोड़ा देने से काम ना चले, मुझको तो आज जी भर के मिले बहुत दिनों इन्तजार किया बाबा ने मांगने का मौका दिया ये सोच ले तू, ये जान ले तू, अब आज हमारी…
कृपा का रखना, सर पे मेरे हाथ सांवरे, होती रहे यूँ ही-३, ये मुलाकात सांवरे।। जबसे मिला तेरा दरबार, होती नहीं कोई दरकार, जो चाहूँ वो मिल जाता, ऐसा मिला मुझको दाता, होती रहे तेरी-३, ये करामात सांवरे….हाथ सांवरे।। याद मुझे वो दिन आते, गम की सुबह और रातें, गैरों की क्या बात करूँ, मेरे
मनिहारी का भेष बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया लिरिक्स झोली कंधे धरी, उसमें चूड़ी भरी, गलियों में शोर मचाया, श्याम चूड़ी बेचने आया मनिहारी का भेष………………………………..।।1।। राधा ने सुनी, ललिता से कही मोहन को तुरन्त बुलाया, श्याम चूड़ी बेचने आया मनिहारी का भेष………………………………..।।2।। चूड़ी लाल नहीं पहनूँ, चूड़ी हरी नहीं पहनूँ मुझे श्याम रंग है
हारे का तू है सहारा साँवरे हमने भी तुम को पुकारा साँवरे नहीं और सहा जाये, हम बोल कहाँ जाये हारे का तू है सहारा साँवरे हमें अपनी आँखों से दूर नहीं करना हम रो पड़ेंगे, मजबूर नहीं करना अपनों के सताए है, तेरी शरण में आये हैं हारे का तू है……………………।।1।। हम है कितने
सजने का हैं शौकीन,कोई कसर न रह जाये। ऐसा कर दो श्रृंगार,सब देखते रह जाये। सजने का है शौकीन … जब सांवरा सजता हैं, सारी दुनिया सजती हैं। बाबा पे इत्तर छिड़कते हैं,सारी दुनिया महकती हैं। बागों का हर एक फूल,गजरे में लग जाये। ऐसा कर दो श्रृंगार … जब कान्हा मुस्काये, शीशा भी चटक
लिखने वाले ने लिख डाला, मिटा ना कोई पाया। बिगड़ी बनाने वाले बाबा, तेरी शरण में आया ।। राजाओं के राज हो तुम, भीख माँगने वाले हैं हम। देने वाला ये ना सोचे, माँगने कौन है आया।। बिगड़ी बनाने वाले……………….।।1।। किसकी लाऊँ बाबा सिफारिस, मेरी तुमसे यही है गुजारिस। तेरा दर अब आखिरी दर है,
बात है श्याम की श्याम के धाम की जब खबर कोई लाया मजा आ गया क्या बातउ तुझे सँवारे ने मुझे भेज कर खत भूल्या मजा आ गया जी मजा आ गया खुशबु-ए-इतर की मित्र के खत में है सँवारे की किरपा मेरी किस्मत में है झूम उठा दिल ये तब मेरी आँखों ने जब
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई, हर सुख दुख में मुझको पड़ता ये ही दिखाई, जब जब मेरा मन घबराता मुझे कुछ भी समझ नही आता, अपनो को में ना सुहाता उनपे में बोझ बन जाता, आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है, जब जब मेरा मन
जब से नाम लिया है तेरा जुड़ गया तार से तार बदल गया दुनिया का नजरिया बदल गया संसार श्याम दिन फिर गए मेरे कुछ भी नहीं था पास में मेरे हार के आया बाबा पास में तेरे हारे का साथी बनकरके किया बहुत उपकार बदल गया दुनिया का नजरिया बदल गया संसार श्याम दिन
राम कृष्ण हरि मुकुंद मुरारि . पांडुरंग पांडुरंग राम कृष्ण हरि .. विट्ठल विट्ठल पांडुरंग राम कृष्ण हरि . पांडुरंग पांडुरंग राम कृष्ण हरि .. मुकुन्द माधव गोविन्द मुकुन्द माधव गोविन्द बोल केशव माधव हरि हरि बोल .. हरि हरि बोल हरि हरि बोल . कृष्ण कृष्ण बोल कृष्ण कृष्ण बोल .. राम राम बोल