तर्ज:- ये तो सच है के भगवान है…. तेरे होते मेरे सांवरे, मेरी नईया क्यूं मंझधार है, लीले चढ़के तू आजा प्रभु, मुझको अब तेरी दरकार है, तेरे होतें प्रभु, नाव अटके मेरी, आके तू ही बता, क्या खता है मेरी, मेरे अंधियारे दिल में जरा देखले, बांकी चितवन सी वो, बस छवि है तेरी
तर्जः- एक आस तुम्हारी है, विश्वास….. तूने सबको तारा है, जीवन भी संवारा है, मेरी डूबती नईया का, एक तू ही किनारा है, क्या मुझमें कमी पाई, निकला तू हरजाई, मेरे बाबा, दिवाना बनाके क्यूँ बिसरा दिया है, दीवाने ने तेरा ही नाम लिया है, चले आओ लीले की करके सवारी, झूंठी है दुनियां ये
तर्ज : ऐसी मस्ती कहाँ मिलेगी…. ॥टेर॥ हे हनुमान ग्यान गुण सागर,सुनो विनय अब मेरी, नाथ करो ना देरी-2, तेरे भरोसे बैठा देखें, कब से राह तुम्हारी, ले लो सुधी हमारी-2 हाथ में घोटा लाल लंगोटा, उर में राम बिराजे, कंचन वरण केशरी नन्दन, कानन कुण्डल साजे, राम रमापती के पायक मैं, जाऊँ तुम पर
तर्ज:- मैने रंगा बसन्ती चोला कार्तिक की ग्यारस आई, बरसे अमरित की धार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार, बड़भागी है पांडवकुल, जो मंगल बेला आई, ये दादा भीमबली भी, बांटे है आज बधाई, कोयलिया झूम के गाए, नाचे सारा संसार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार।। सूरज सा तेज है
तर्ज़:- ये तो सच है कि भगवान हैं सारे संकट जो पल में हरे, रखता सबका सदा मान है। हारे का जो सहारा बना, खाटू वाला मेरा श्याम है।। लीले पर बैठकर, लगता प्यारा बड़ा, जब मुसीबत पड़े, सबसे पहले खड़ा, तीन बाणों को ले, वो तो रण में चला, साथ हारे का देने, का
तर्ज : मोरिया आच्छो बोल्यो रे… बोलिया, पित्तर जी म्हारै घर में, बोलिया बै तो हरदम हाजिर-2, खड़या है म्हारै साथ। बोलिया, पित्तर जी… बोलिया, पित्तर जी चौखी चौखी, बात जी… म्हारै मन का सारा-2, दूर करें है विकार। बोलिया, पित्तर जी… बोलिया, पित्तर जी धरम करम थे सब करो… थारो धरम करयोड़ो-2 जासी थारै
सारी दुनियां की तूं है सरकार, की आजा मैया शेरावालिए। सच्चा जग में है केवल तेरा द्वार, की आजा मैया शेरावालिए॥ में तोड़ के बंधन सारे, आ बैठा हूं तेरे द्वारे। मेरे सिर पर हाथ फिराकर, मां कर दे वारे न्यारे। तूने तो भरे है सबके भंडार, की आजा मैया शेरावालिए॥ सारी दुनियां की तूं