नन्दलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने द्वार मुझे, धन और दौलत चाह नहीं, प्रभु दे दो अपना प्यार मुझे, तेरे प्यार में इतना खो जाऊ, पागल समझे संसार मुझे, जब दिल अपने में झाँकू मैं, हो जाये तेरा दिदार मुझे। गुनहग़ार हूँ, ख़तावार हूँ, मैं हूं नहीं मैं हूँ नहीं, तेरे प्यार के काबिल।
तू जो नाम लगा, तेरा काम बनेगा, तू गिरने लगेगा, वो गिरने न देगा, मुश्किल समय में तेरा, यही साथ देगा, सांवरिया थाम लेगा, सांवरिया थाम लेगा। दुःख के समय की एक हकीकत, कोई ना तेरी सुनेगा, अपनों से उम्मीद करोगे, हर कोई तुझसे कटेगा, तेरी बाबा सुनेगा, इसे सुनना पड़ेगा, तू जो भी कहेगा,
भोले चले भोले चले बम बम बम, डारो की डार चले हर हर पुकार चले, शमभू जय जय कार चले बम बम, ॐ कुंजा चले हम हम हुंकार चले, चले बारंबार चले बम बम बम। आस्था के रथ में भोले के पथ में, कांटे हो या हो रहो पे पत्थर, भोले के घन है कितने
मरुधर में जोत जगाय गयो Doha :- रामा कन्हू के रामदेव, हीरा कहूं के लाल। जाने मिल्या बाबो रामदेव, तो बाना किन्हा निहाल। रामा स्यामा आवजो, कलजुग भयो करुर। में अरज करू अजमालरा, तो महारो हेलो सुन्ज्जो जरूर। बोलो रामसा पीर की जय। म्हारों सावरियों बनवारी, बण पचरंग पैचाधारी, भगतां रै कारण, अजमल घर
तर्ज़- मेरी जो लाज है वो तेरे हाथ है। प्यारा दरबार है, सुंदर श्रृंगार है। कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है। हम तेरी राह निहारे, तू लीले चढ़ कर आजा ले मोरछड़ी हाथों में, भक्तो के कष्ट मिटा जा तेरी दरकार है, तेरा आधार है। कीर्तन में आओ बाबा, तेरा इंतजार है। तू बैठ
तर्ज़-तुम्ही मेरे मंदिर, तुम्ही मेरी पूजा अगर श्याम तुमको, कभी भूल जाऊं, ये दुनिया उसी पल, मैं छोड़ जाऊं, तन में बसे हो, मन में बसे हो, तुम तो मेरे कण-कण में बसे हो, मैं मुझमे कहीं जो, तुमको ना पाऊं, ये दुनिया उसी पल, मैं छोड़ जाऊं। गुनाह हो ना जाए, कोई श्याम हम
तर्ज़- अच्छा सिला दिया तूने बाबा मत मेरो विश्वास तोड़ियो थाने है कसम नहीं साथ छोड़ियो कैया बतलाऊं थाने, बोल के जुबानी रुक ही ना पावै माहरी, आंख्या से यो पानी मन से ही मन का थे, तार जोड़ियों थाने है कसम नहीं, साथ छोड़ियो…. दुनिया बिसारी माहने, थे ना बिसरायो हारयोडा हां बाबा माहने,