कच्चे धागों का ये रिश्ता बन जाता है बचपन से… मरते दम तक साथ निभाये बंध के रक्षा बंधन से… धागों से बांधा, एहसास दिल के रिश्ते का… रिश्ता ये अपना रब की रुबाई। मैं राहु ना मैं तेरे बिना, तू रहे ना तू मेरे बिना(x2) चार दिशाओ जैसी तुम हो, मेरे लिए जरुरी… तुम
रहे जो श्याम भरोसे उसकी, शान बड़ी कर देता है, जिसने अकड़ दिखाई उसकी, खाट खड़ी कर देता है॥ निर्बल को दुःख देते है जो, निर्धन का अपमान करे, गोरख धंधे करते करते, खुद को ही धनवान कहे, ऐसे लोगो के जीवन में, दुःख की झड़ी कर देता है, जिसने अकड़ दिखाई उसकी, खाट खड़ी
हर वक़्त वजह ना पूछो, मेरे मुस्काने की, हस्ती ही ऐसी होती, हर श्याम दीवाने की।। मुस्कान प्यारी मैंने, सांवरे से पाई, यही तो है श्याम नाम की, साँची कमाई-2 कीमत तुम क्या जानो, अनमोल ख़ज़ाने की, हस्ती ही ऐसी होती हर श्याम दीवाने की।। पतझड़ सा जीवन अब तो, हरा और भरा है, रवि
मेरी चौखट पे चल के, आज चारों धाम आए हैं, बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आए हैं। कथा सबरी की जैसे जुड़ गई, मेरी कहानी से, ना रोको आज धोने दो चरण, आँखों के पानी से। बोहोत खुश हैं मेरे आंसू के, प्रभु के काम आए हैं बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर
लोगों के सहारे बड़े होंगे, मेरा तो सहारा, श्याम तू है। आसमाँ में तारे बड़े होंगे मेरा तो सहारा श्याम तू है। (x2) जिस दिन से बाबा तेरा सहारा मिला है। उस दिन से बाबा बड़ा चैन मिला है। दुनियाँ में नज़ारे बड़े होंगे, मेरा तो नज़ारा श्याम तू है। साथ तेरा मिल गया जो,
जब कोई नहीं आता, मेरे श्याम आते है। मेरे दुःख के दिनों में, वो बड़े काम आते है। मेरी नैया चलती है, पतवार नहीं होती। किसी और की मुझको, दरकार नहीं होती। मैं डरता नहीं रस्ते, सुनसान आते है। जब कोई नहीं आता, मेरे श्याम आते है। कोई याद करे इनको, दुःख हल्का हो जाये।
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। करूणानिधि नाम तेरा, करुन दिखलाओ तुम, सोये हुए भाग्यो को, हे नाथ जगाओ तुम। मेरी नाव भवर डोले, इसे पार लगा देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा तुम सुख के सागर हो,
खाटू में बैठा है श्याम धणी सरकार, बाबा के दीवाने है लाखो के पार, दुनिया में डंका बज रहा है, सांवरा सलोना सज रहा है, भोला भाला मुखड़ा देखा खाटू के दरबार में, इक पागल प्रेमी हो गया बाबा तेरे प्यार में… बाबा के लिए बागा लेके जाऊँगा, फूलों का बड़ा हार लेके जाऊँगा, केसर
जिसने भी मेरे श्याम को दिल से सज़ा दिया, जीवन को उसके श्याम ने सुंदर बना दिया। बाँगा घेर घूमेर जो बाबा ने लपेटा है, उस घेरे में भगतो के दर्दों को समेटा है, दिल के दुखड़े श्याम को जिसने सुना दिया, जिसने भी मेरे श्याम को दिल से सज़ा दिया, जीवन को उसके श्याम