जहाँ बिराजे शीश के दानी, मेरे बाबा श्याम, दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम, दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम।। तन मन धन सब इनके अर्पण, जीवन भी है इनको समर्पण, मन मंदिर में छवि निरखु मैं, मन मंदिर में छवि निरखु मैं, इनकी आठों याम, दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम, दीवाने मुझे ले
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है, अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है। एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है… फूलों में महक तुमसे, तारों में चमक तुमसे, मेरे बाबा… इतना बता दो कहा तुम नहीं हो, ये सब को पता है की तुम हर कहीं हो, अगर तुम ना होते तो दुनिया
Ja Re Kabutar Khatu Mein lyrics जा रे कबूतर खाटू में, मेरे श्याम ने कर दे बेरा, हरियाणे का जाट खेत में, नाम रटे से तेरा, वो बोले श्याम श्याम श्याम, जपे वो श्याम श्याम श्याम।। पांच अमावस ग्यारह ग्यारस, खाटू शीश झुकाया, क्या गलती हो गयी मेरे से, मुझको ना अजमाया, लगा के धुना
ऊँगली पकड़ के ले आया मुझे, खाटू नगरी घुमाया मुझे, श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला।। देखि ऐसी जनत न देखि और कही, तेरी खाटू नगर है दुनिया से हसीं, रखना मुझे चरणों तले पूजा करू तेरी, तेरे बिना तू ही बता क्या जिंदगी मेरी, मैं तो तेरे पावो की गोद में पला, श्याम
मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे… तेरे बिना मेरा है कौन यहाँ, प्रभु तुम्हे छोड़ मैं जाऊँ कहां, मैं तो आन पड़ा हूँ दर तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे… मैंने जनम लिया जग में आया, तेरी कृपा से ये नर तन पाया, तूने किये
कच्चे धागों का ये रिश्ता बन जाता है बचपन से… मरते दम तक साथ निभाये बंध के रक्षा बंधन से… धागों से बांधा, एहसास दिल के रिश्ते का… रिश्ता ये अपना रब की रुबाई। मैं राहु ना मैं तेरे बिना, तू रहे ना तू मेरे बिना(x2) चार दिशाओ जैसी तुम हो, मेरे लिए जरुरी… तुम
रहे जो श्याम भरोसे उसकी, शान बड़ी कर देता है, जिसने अकड़ दिखाई उसकी, खाट खड़ी कर देता है॥ निर्बल को दुःख देते है जो, निर्धन का अपमान करे, गोरख धंधे करते करते, खुद को ही धनवान कहे, ऐसे लोगो के जीवन में, दुःख की झड़ी कर देता है, जिसने अकड़ दिखाई उसकी, खाट खड़ी
हर वक़्त वजह ना पूछो, मेरे मुस्काने की, हस्ती ही ऐसी होती, हर श्याम दीवाने की।। मुस्कान प्यारी मैंने, सांवरे से पाई, यही तो है श्याम नाम की, साँची कमाई-2 कीमत तुम क्या जानो, अनमोल ख़ज़ाने की, हस्ती ही ऐसी होती हर श्याम दीवाने की।। पतझड़ सा जीवन अब तो, हरा और भरा है, रवि
मेरी चौखट पे चल के, आज चारों धाम आए हैं, बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आए हैं। कथा सबरी की जैसे जुड़ गई, मेरी कहानी से, ना रोको आज धोने दो चरण, आँखों के पानी से। बोहोत खुश हैं मेरे आंसू के, प्रभु के काम आए हैं बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर