मझधार में नैया है राहें अंजानी हैVerified Lyrics 

Majhdhar Me Nayya Hai Nav Purani Hai

मझधार में नैया है राहें अंजानी है
मेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाव पुरानी है

मैं बीच भंवर में हूँ मिलता न किनारा है
मेरी डूबती नैया का एक तू ही सहारा है
मुझे आस किसी से नहींमुझे आस बढानी है
मेरे बाबा सुन लो, मझधार में नैया है

दुनिया ने बतलाया तुम माझी हो अच्छे
जो सच्चा है उसके तुम साथी हो सच्चे
क्यों देर लगते हो क्या नाव डुबानी है
मेरे बाबा सुन लो, मझधार में नैया है

मुझ से जो चल पाती तुम को न भुलाते हम
विश्वाश करो मेराखुद पार लगाते हम
बातो का वक़्त नहींकरुणा दिखलानी है
मेरे बाबा सुन लो, मझधार में नैया है

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *