सजने का हैं शौकीन,कोई कसर न रह जाये। ऐसा कर दो श्रृंगार,सब देखते रह जाये। सजने का है शौकीन … जब सांवरा सजता हैं, सारी दुनिया सजती हैं। बाबा पे इत्तर छिड़कते हैं,सारी दुनिया महकती हैं। बागों का हर एक फूल,गजरे में लग जाये। ऐसा कर दो श्रृंगार … जब कान्हा मुस्काये, शीशा भी चटक
लिखने वाले ने लिख डाला, मिटा ना कोई पाया। बिगड़ी बनाने वाले बाबा, तेरी शरण में आया ।। राजाओं के राज हो तुम, भीख माँगने वाले हैं हम। देने वाला ये ना सोचे, माँगने कौन है आया।। बिगड़ी बनाने वाले……………….।।1।। किसकी लाऊँ बाबा सिफारिस, मेरी तुमसे यही है गुजारिस। तेरा दर अब आखिरी दर है,
बात है श्याम की श्याम के धाम की जब खबर कोई लाया मजा आ गया क्या बातउ तुझे सँवारे ने मुझे भेज कर खत भूल्या मजा आ गया जी मजा आ गया खुशबु-ए-इतर की मित्र के खत में है सँवारे की किरपा मेरी किस्मत में है झूम उठा दिल ये तब मेरी आँखों ने जब
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई, हर सुख दुख में मुझको पड़ता ये ही दिखाई, जब जब मेरा मन घबराता मुझे कुछ भी समझ नही आता, अपनो को में ना सुहाता उनपे में बोझ बन जाता, आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है, जब जब मेरा मन
जब से नाम लिया है तेरा जुड़ गया तार से तार बदल गया दुनिया का नजरिया बदल गया संसार श्याम दिन फिर गए मेरे कुछ भी नहीं था पास में मेरे हार के आया बाबा पास में तेरे हारे का साथी बनकरके किया बहुत उपकार बदल गया दुनिया का नजरिया बदल गया संसार श्याम दिन
प्यारा प्यारा प्यारा, बाबा श्याम हमारा, भोला भाला मुखड़ा, चाँद सा सोणा है, महके हर दिल का, एक कोना कोना है, सौ सौ बार नैना इसे निहारे, फिर भी ये दिल ना भरे, प्यारा प्यारा प्यारा…. सिंगार तेरा क्या लग रहा है, जो भी तुझे देखे तेरा हो रहा है, जाने कहाँ हम आ गए
मेरी लगी, श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने, क्या जाने कोई क्या जाने। मुझे मिल गया, मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने। मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने। क्या जाने कोई क्या जाने। छवि लखि मैंने, श्याम की जब से, भई बावरी में तो तब से। बाँधी प्रेम की डोर
तेरी चिंता हरने वाले बाबा श्याम है, तेरे संकट हरने वाले बाबा श्याम है, तू देख बुलाकर करते हरएक काम है, बाबा श्याम है, बाबा श्याम है, तेरे संकट हरने वाले बाबा श्याम है।। जब घोर अँधेरा छाए, मेरा सांवरिया झट आए, तेरे उजियारे जीवन से, अँधियारा दूर भगाए, करे अनहोनी को होनी, मेरा श्याम
मेरे श्याम से ही पहचान मेरी, मेरे श्याम से ही है शान मेरी, बात ये बिलकुल सही है…x2 जानता जहान है, हारो का हरदम सहारा, खाटू वाला श्याम है, हारो का हरदम सहारा, खाटू वाला श्याम है।। श्याम का साया जिसने पाया, उसका बेड़ा पार है, श्याम मेहर से पलभर में ही, हो जाता उद्धार
जिस दिल में आपकी याद रहे प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो राही न सही मंजिल की तरफ राही की तरफ मंजिल करदो मन में भी अनेक विकारों ने डटकर के डेरा डाल लिया इस छल मन में यदि प्रेम है तो जन मन का मन निर्मल करदो जिस दिल में… पाकर मैं आपकी भक्ति