जब से खाटू आया, खाटूवाला बना मेरा, अपने ना बने अपने, अपने ना बने अपने, इसने पकड़ा हाथ मेरा, जब से खाटु आया, खाटू वाला बना मेरा।। मुफ़लिस में जो सोचा था, ये ना मिल पाएगा कभी, मैं सोच के भूल गया, इसने लिख ही लिया था तभी, मेरी सोच बदल करके, सपना किया पूरा
ओ भगवान को भजने वाले धर ले मन में ध्यान, भाव बिनु मिले नहीं भगवान, दुर्योधन की छोड़ी मेवा विदुरानी की भा गयी सेवा श्रध्हा और समर्पण से ही रीझै है भगवान भाव बिनु मिले नहीं भगवान … ||1|| झूठे फल शबरी के खाए राम ने रूचि रूचि भोग लगाए जो ढूंढे उसको मिल जाये
क्या बैकुंठ क्या स्वर्ग का करना, मुझको जान से प्यारा, खाटू धाम हमारा, हो खाटु धाम हमारा, इसके आगे फीका लगता, है हर एक नज़ारा, खाटु धाम हमारा, खाटु धाम हमारा।। खाटू की धरती पावन, जहाँ बाबा का है बसेरा, मेरा तो स्वर्ग वही पे, जहाँ श्याम धणी का डेरा, इससे सुन्दर कुछ भी नहीं
तू मेरे साथ है, डर की क्या बात है, देगा सहारा मुझको, पूरा विश्वास है, तू मेरे साथ हैं।। विश्वास है बिलकुल पक्का, तू साथ नहीं छोड़ेगा, नैया है बीच भवर में, पतवार नहीं छोड़ेगा, दिल ये उदास है, तुझसे ही आस है, देगा सहारा मुझको, पूरा विश्वास है, तू मेरे साथ हैं।। जब जब
नज़रे जरा मिला ले, ऐ श्याम खाटू वाले…2 अपना मुझे बना ले, नजरें जरा मिला ले… आया शरण में तेरी, फरियाद सुनले मेरी, जल्दी करो सुनाई, किस बात की है देरी, किस बात की है देरी, क्यों ना मुझे संभाले, नजरें जरा मिला ले…. हारे का साथ दे दे, अटकी हुई को खे दे, तेरा
जाने क्या जादू कर गयो रे, ओ बांके सांवरिया, बांके सांवरिया, मेरे प्यारे सांवरिया, जाने क्या जादु कर गयो रे, ओ बांके सांवरिया।। जबसे सुनी है बैरन मुरलिया, मन में बस गई तोरी सुरतिया, बंसी बजा के किधर गयो रे, ओ बांके सांवरिया, जाने क्या जादु कर गयो रे, ओ बांके सांवरिया।। बैरन हो गई
मेरे राघव जी उतरेंगे पार हो, गंगा मैंया धीरे बहो। धीरे बहो धीरे बहो हौले बहो, गंगा मैंया धीरे बहो। मेंरे प्रभू जी उतरेंगे पार हो, गंगा मैंया धीरे बहो। आज सफल हुये नयन हमारे, प्रभू जी विराजे हैं नाव हमारे-2 ये तो जग के पालनहार, गंगा मैंया धीरे बहो मेंरे प्रभू जी उतरेंगे पार
छगन मगन मेरे लाल को, आजा रे निंदिया आ, चंचल मन घनश्याम के, नैनन बीच समा, छगन मगन मेरे लाल को… जप तप पूजा पाठ सो, विधिना दिया मोहे लाल, सो जा कन्हैया लाड़ले, मैया बजावे ताल, कैसे सुलाऊँ लाल को, धीरे धीरे लोरी गा, छगन मगन मेरें लाल को… सोवे कन्हैया पालनो, बांकि है
सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे गणराज आये है, लगी कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे गणराज आये है। पखारो इनके चरणों को, बहाकर प्रेम की गंगा, बिछा दो अपनी पलकों को, मेरे गणराज आये है। उमड़ आयी मेरी आँखे, देखकर अपने बाबा को, हुयी रोशन मेरी गलियां, मेरे गणराज आये है। तुम आकर फिर
सुन मेरे कान्हा, ज़रा ये बताना, खफा हमसे तू क्यूँ हो गया, जमुना पे आना, बांसुरी सुनाना, बता दे कहाँ तू खो गया, ओ मानजा नही तो तुम्हे, मैया की कसम, सुन मेरें कान्हा, ज़रा ये बताना, खफा हमसे तू क्यूँ हो गया।। हद तोड़ दी थी तुमने ही सारी, बता करती क्या सखिया बेचारी,