Author: Karan Singh

दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे

दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे। पनिया भरन गई मैं जमुना नदी किनारे॥ ◾️ सर पर मुकुट जड़ा था, कानो कुंडल पड़ा था, पनघट निकट खड़ा था, कर प्रेम के इशारे। दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे॥ ◾️ गल विच फूल माला, लोचन परम रसाला, कटी मेखला विशाला, तन

पत्थर की राधा प्यारी पत्थर के कृष्ण मुरारी

पत्थर की राधा प्यारी, पत्थर के कृष्ण मुरारी पत्थर से पत्थर घिस के पैदा होती चिंगारी पत्थर की नार अहिल्या, पग से श्री राम ने तारी पत्थर के मठ में बैठी, मैया हमारी ◾️ चौदह बरस वनवास में भेजा, राम लखन सीता को, पत्थर रख सीने दशरथ ने पुत्र जुदाई का भी पत्थर सहा देवकी

श्याम मोरे नैनन आगे रहियो

श्याम मोरे नैनन आगे रहियो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो नाथ मोरे नैनन आगे रहियो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो ◾️ हरिजी मोरे जय हो श्याम मोरे जय हो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो ◾️ भव सागर में जीवन नैय्या कोई नहीं है मेरा खेवया अबकी बेर प्रभु डूब ना जाऊ तू मोहे पार लगैया

काला बदन दिल गोरा कन्हिया तुने क्या जादू डाला

काला बदन दिल गोरा, कन्हिया तुने क्या जादू डाला। ◾️ बांके नैना तेरे बांकी अदाएं । इसने दीवाना कर डाला, कन्हिया तुने क्या जादू डाला॥ ◾️ धर अधरन पर वेणु बजाये। मुरली धर गोपाला, कन्हिया तुने क्या जादू डाला ॥ ◾️ भोला सा मन सखी मोह लिया है। जपूँ तेरे नाम की माला, कन्हिया तुने

दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा हारावाला

दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा हारावाला मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा प्यारा ◾️ वेख वेख के नैन ना राजदे, गल करन नहीं देंदा इस छलिये दिल ऐसा लुटेया, कम करण नहीं दिंदा मेरी होश भुला गया नी सहेलियो मेरा हारा वाला ◾️ मुख दे इसदे नूर चमकदा दर्शन करे खुदाई

देखा करो ना सांवरे हमको यूँ प्यार से

देखा करो ना सांवरे हमको यूँ प्यार से हम तो हुए हैं बावरे नज़रों की मार से ◾️ खंजर बनी है सांवरे बांकी अदा तेरी जी भर के देखा तो बता कैसी खता मेरी घायल सा कर दिया मुझे इसके तो वार से देखा करो ना सांवरे… ◾️ चित्तवन तुम्हारी क्या कहें, मस्ती बरस रही

हरि नाम का प्याला ज़रा पीजिये

हरि नाम का प्याला ज़रा पीजिये, फिर हरि हरि, हरि हरि, हरि हरि ही कीजिये ◾️ मेरा नन्द गोपाला, हरि हरि मेरा बंसरी वाला, हरि हरि मेरा मोहन कला, हरि हरि मेरा दीनदयाला, हरि हरि ◾️ हरि को भजे सो हरि का होए, हरि सम दूजा और ना कोई । डोरी साँसों की उसे सौंपिए,

बन तितली मैं उडदी फिरां

तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को फर्माऊ मैं जिस घडी मंदिर ए चौखट पे पहुँच जाऊँगा पकड़ मंदिर की झोली को यह फरमान गाऊंगा बन तितली मैं उडदी फिरां, किशोरी तेरे बरसाने श्री राधे राधे मैं गौन्दी फिरां, किशोरी तेरे बरसाने ◾️ किशोरी तेरे

कान्हा तेरे दर पे आई कान्हा तेरे दर पे

कान्हा तेरे दर पे आई कान्हा तेरे दर पे सब सुख मोह को त्याग के मैं आई तेरे दर पे ओह कान्हा आई तेरे दर पे ◾️ तू जग दाता तू ही विधाता तू मंगलमय तू दुःख हरता तू रुख मोड़ दे चारो दिशा का तेरे दर पे मैं आई कान्हा ◾️ सारे जहां का

रूस ना जावीं मोहन मेरे जीवन मेरा सहारे तेरे

रूस ना जावीं मोहन मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे ◾️ चंगे माड़े असीं हां तेरे, माफ़ तू करदे अवगुण मेरे हाथ रहे तेरा सर ते मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे रूस ना जावीं मोहन मेरे… ◾️ अपने पराये ताने मारदे, वास्ते तैनू मेरे प्यार दे अपना बना ले प्रीतम मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे रूस