Singer Name : singer : Sanjay Mittalओ साँवरे ओ साँवरे , ओ साँवरे ओ साँवरे । तैरेगी नैयाँ बिना माँझी के, जो तू साथ है मेरे। डुबेगी नैया भी किनारे पे, जो तू साथ ना मेरे। ओ साँवरे ओ साँवरे , ओ साँवरे ओ साँवरे ।। जब तुझ सा हो माँझी, काहे को फ़िकर मैं
बिगड़ी सँवारी प्रभु” यह अभिषेक शर्मा जी द्वारा लिखित और रश्मि शर्मा जी द्वारा गाए गए भजन के अंतर्गत यह पंक्तियाँ हैं। यह भजन एक मनमोहक संगीत, भावपूर्ण गायन और मधुर आवाज के साथ हमारे दिल को छू जाएगा। इस भजन में खाटूश्याम जी की प्रेम भरी उपासना है, इसमें भगत भगवान से प्रार्थना करता
यकीन हो पक्का, मन हो सच्चा, ऐसे विश्वास से जब हम आने को तत्पर हैं दरबार में। बालाजी के पावन दरबार में हमें आनंद और शांति की अनुभूति होती है। वहाँ हमें दिव्यता और ध्यान का महसूस होता है, जैसे कि भगवान की प्रत्यक्षता हमारे सामने है। हम प्रणाम करते हैं उनकी आगे, विश्वास के
हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम, तेरे नाम से शुरू, तेरे नाम पे खत्म।। तेरे चलते बनी मेरी पहचान सावरे, वरना गली गली में घूमते. हो हो.. आे, वरना गली गली में घूमते, हम बनके बावरे अब उठेगा तेरी राहो में जो, मेरा हर कदम, तेरे नाम से शुरू… हाथ जोड़ कर मांगता
बात हमारी बड़े पते की, गौर होना चाहिए -2 आ गया फागुन मेला अब तो, शोर होना चाहिए बात हमारी बड़े पते की, गौर होना चाहिए रंग रंगीला खाटू मेला सारे खाटू धाम चलो। सारे खाटू धाम चलो-2 लेकर करके निशान हाथ में सारे बाबा की और बढ़ो तुम बाबा की और बढ़ो -2 इस
ओ श्याम, तेरे दर्शन को तरस रहे हैं हम, तू हमारी आंखों का तारा, हमारी जान। अधूरे हैं हम बिना तेरे, तेरे रंग में रंगे, तेरी आरती में हम धूप बनकर जले। मधुर स्वर में बजती है तेरी मुरली, हमारे दिल को छू जाती है तेरी रागिनी। तेरी चाहत में लीन है हमारी जिंदगी, तेरे
तेरे दर पे आके मुझे क्या मिला है, ये मैं जानता हु या तू जानता है। ज़माने की चल घट, बड़ी बेतुकी है, जिधर देखता हु मैं, उधर सब दुखी है, गिर के दुखो में भी, मैं क्यों सुखी हु, ये मैं जानता हु या, तू जानता है।। चेहरे पे चेहरे, सभी है लगाये, चोट
Singer Name : singer : NASatguru ke Darbar me To jaiye barmbar bhuli vastu batayi de Mere satguru hai datar Sado bai satguru mohe parnaya Bhai or bandu sab kutum kabilo beed dekh bhag Jaya Sado bai satguru mohe parnaya Picham disha mahari kri hai sagai No din baan bithaya hai Prem ki pithi maar
“Meri Zindagi Sawaari” मेरी ज़िन्दगी सँवारी, मुझे खाटू बुला के, खुशिया जहां की देदी, चरणों में बिठा के, हारे का सहारा है, श्याम हमारा है, तेरे सिवा दुनिया में, कोई न हमारा है।। मेरे दिल ये अर्ज है, कभी दूर तुम न जाना, तेरे ही सहारे, अब ज़िन्दगी बिताना-2 श्याम तेरे चरणों में, मेरा ठिकाना
ओ बाबा … हए ओ बाबा, तुमसे नहीं है, कोई शिकवा गिला-2 मुझको, जो कुछ मिला हो.. ओ .. मुझको, जो कुछ मिला हो, तेरे दर से मिला ओ बाबा … बन के मन का मीत, मेरे मुझको मिला तू तुमने पोंछ डाले, मेरी अँखियो के आंसू।-2 ओ बाबा हायए … ओ बाबा, सर पे