श्याम दर्शन जरा दिखा जाओ Shyam Darshan Jara Dikha Jaoverified 

Shyam Darshan Jara Dikha Jao

ओ श्याम, तेरे दर्शन को तरस रहे हैं हम, तू हमारी आंखों का तारा, हमारी जान। अधूरे हैं हम बिना तेरे, तेरे रंग में रंगे, तेरी आरती में हम धूप बनकर जले। मधुर स्वर में बजती है तेरी मुरली, हमारे दिल को छू जाती है तेरी रागिनी। तेरी चाहत में लीन है हमारी जिंदगी, तेरे बिना यह संसार है अधूरा और रंगीन नहीं। तेरे दर पर आए बिना हमें नींद नहीं आती, हमारा चित्त बेचैन है, हमारा मन व्याकुल है। देखकर तेरे मूर्ति को, जगमगाती है आँखें, हम तेरे लाल की दीवानगी में पगले हुए हैं। तेरे चरणों में मिलने की आस है हमें, तू ही हमारा सहारा, तू ही हमारा संसार। जैसे मधु के लिए मधुरता, हमारे लिए तू ही है, तेरी लीला को देखकर, हमें ब्रज का आनंद मिले। हम तेरे चरणों की धूल में रंगे हैं, तेरे प्यार की लहरों में उड़ते हैं। ओ श्याम, हम तेरे दीवाने, तेरे मस्ताने, तेरे दर्शन के लिए तरस रहे हैं हम बरसाने।

श्याम दर्शन, जरा दिखा जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ।।

मैंने कुटिया, बहुत सजाई है। 4
खुशबु अपनी, जरा लुटा जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

खातरी तेरी सांवरे होगी। 4
भाव दिल के, जरा जगा जाओ,
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

कुछ कहेंगे, कुछ सुनेंगे तेरी। 4
हमको मदहोश, तो बना जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

दिल की कुटिया में कुछ कमी तो नहीं। 4
गर कमी है, कमी पूरा जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

दिल की कुटिया करीब है तेरे। 4
तुम जरा सा, करीब आ जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

नंदू हर हाल में तुम्हे चाहे।4
प्रेम ऐसा, प्रभु जगा जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ
श्याम दर्शन…

श्याम दर्शन जरा दिखा जाओ।
दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ।

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