सूना-सूना लागे, बृज का धाम। गोकुल को छोड़, चले रे घनश्याम। यमुना रोए, मधुबन रोए, यमुना रोए, रोए कदम की शय्या, भर भर नैना रोए रे गवाले, रोये बृज की गईआं। राह रोक कर, रोए मनसुखा, बिछड़ रहे मोरे श्याम रे। सूना-सूना लागे, बृज का धाम। गोकुल को छोड़, चले रे घनश्याम। बोल सके ना,
घुमा दे मारा बालाजी, घमड़ घमड़ घोटो। माँ अंजनी रा लाल थारो, नाम जगत में मोटो। रामचंद्र के पायक थारो नाम जगत में मोटो। सियाराम के चरण बिराजो, कहे नित जगरातो घुमा दे मारा बालाजी … लाल लंगोटो सोवे बग़ल में, हाथ में राखो घोटो। लाडु-पैड़ा रो भोग लगावा, बाजरियों रो रोटो। घुमा दे मारा
Mere Bharat Ka Baccha Baccha Lyrics मेरे प्रभु श्री राम का, लाल निशान लहरायेंगा, भारत की सरजमी पर, अब एक ही नारा छायेगा।। हर घर में अब एक ही नाम, हर घर में एक ही नाम, एक ही नारा गूंजेगा। मेरे भारत का बच्चा-बच्चा, जय-जय श्री राम बोलेगा। हम हिन्दू हैं, बब्बर शेर -3 हम
Jo Ram Ko Laye Hai Lyrics जो राम को लाए है, हम उनको लाएंगे। दुनिया में फिर से हम, भगवा लहराएंगे। यूपी में फिर से हम, भगवा लहराएंगे।। अयोध्या भी सजा दी है। काशी भी सजा दी है। मेरे श्याम कृपा कर दो। घनश्याम कृपा कर दो। मथुरा भी सजाएंगे। यूपी में फिर से हम,
जदो याद गुरूजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया कतिया ना जावे पुणिया-2 जदो याद गुरूजी थोडी आवे जदो याद बाबाजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया। कत-कत पुणिया में दरियाँ बनोनी आ-2 सारी सँगत दे में हेट बिछोनिआ जरा किथे मिटी ना लग जावे कतिया ना जावे पुणिया। जदो याद
श्याम से लौ लगाकर देख, ये तेरे साथ चल देगा। तेरी आँखों का हर आंसू, सांवरा मोती कर देगा।। जिसे ठुकराए जग वाले, उसे मेरा श्याम अपनाता। बना मायत इसे अपना, तुझे बाहों में भर लेगा।। श्याम से लौ लगाकर देख जो जाते खाटू उनसे पूछ, वो जाने महिमा बाबा की। फिरा कर मोरछड़ी पल
Haare Ka Sahara Mera Shyam Hamesa Meri Laaj Rakhata Hai हार के आया मैं जग सारा, तेरी चौखट पर। तुमसे ही है सारी उम्मीदें, तुम ही लोगे खबर। सब कहते है अपने भगत की, श्याम हमेशा पत रखता है। हारे का सहारा मेरा श्याम, हमेशा मेरी लाज रखता है।।। जग से रिश्ता तोड़ दिया है,
तेरह पेड़िया ऊपर म्हारे, श्याम को बंगलो।-2 सारे जग में राज करे है, म्हारो सेठ सावरों। सेठ सावरों जी, म्हारो सेठ सावरों || पहली पेड़ी पग धरताही, मिट जा सब संताप। दूजी तीजी पेड़ी करदे, मैल मना का साफ़। ओ चौथी पेड़ी चढ़ता भूल्या, दुनियादारी को रगड़ो। सारे जग में राज करे है, म्हारो सेठ