संतो सुरगा सु आयो संदेश, बुलावो आग्यो राम को, ओ बुलावो आग्यो राम को। एक मिनट प्रभु माने दीज्यो, तो करा बेटा से बात, अलमारी में पैसा पड़िया, आपस में लीज्यो थे तो बाट। बुलावो आग्यो राम को, ओ संतो सुरगा सु आयो संदेश, बुलावो आग्यो राम को। दुसरो मिनट प्रभु माने दीज्यो, म्हे करा
।। दोहा ।। लाल लंगोटा हथ बनिया, मुख में नागर पान। लंका में वानर चले, श्री अंजनी सूत हनुमान। सीता माता की गोदी में, हनुमत डाली मूंदड़ी। सुनकर जामवंत कि बात , हनुमंत मारी एक छलांग। हिरदै ध्यान राम को राख। सागर कूद पड़े हनुमान। शीश पर राखी मुन्दडी। सीता माता की गोदी में, हनुमत
॥ दोहा ॥ नुगरा नर तो मत मिलो, चाहे पापी मिलो हजार। एक नुगरे रे शीश पर, लख पापिया रो पाप॥ अवगुण बहुत किया। गुरु साहब मैंने, अवगुण बहुत किया॥ नौ-दस मास गर्भ में झूले, जननी को दुखड़ा दिया। गुरु साहब मैंने, अवगुण बहुत किया॥ जितरा पैर धरिया धरण पे, पग पग पाप किया। गुरु
॥ दोहा ॥ पाव पलक रो नहीं पतों, तू करे काल की बात। कुण जाणे क्या होवसि, उगतड़े प्रभात॥ थारी माता केवे गोपी चंदा, तू छोड़ माया रा फंदा। थारी माता केवे गोपी चंदा, तू तज माया रा फंदा॥ तेरा पिता बंगाल रा राजा, जारे बाजता छत्तीसों बाजा, राजा वे नर गया रे विलाई, जारी
अजमल जी रा कंवरा, भूलूं ना एक घड़ी। महाराज कंवर ने, भूलूं ना एक घड़ी। भूलूं ना एक घड़ी, भूलूं ना एक घड़ी। अजमल जी रा कंवरा भूलूं ना एक घड़ी॥ दूर देश रा बाबा, आवे थारे जातरी, दरगाह में भिड़ घणी-२ अजमल जी रा कंवरा, भूलूं ना एक घड़ी। महाराज कंवर ने, भूलूं ना