हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी हे प्रिया पति मैं करूँ आरती तेरी हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी हे प्रिया पति मैं करूँ आरती तेरी तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाऊं, सांज-सवेरे तेरे गुण गाउँ, प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी, हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी.. ये माटी का तन है
जब चिंता कोई सताए, तो भजन करो। जब व्याकुल मन घबराए, तो भजन करो। जब चिंता कोईं सताए, तो भजन करो। भूल भुलैया सकल जगत है, हर एक प्राणी फिरत भटकत है, कोई राह नज़र ना आए, तो भजन करो। जब चिंता कोईं सताए, तो भजन करो सुख आनंद की बेला में, कोई सुमिरण करता
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी है यह तो जाने दुनिया सारी है। राजाओ के राजा, महारानी की रानी, सर पे मुकुट साजे है। जोड़ी बड़ी प्यारी, दरबार है प्यारा, राधा संग साजे है। सोने पल में सेठ, सोने पल में सेठानी है, यह तो जाने दुनिया सारी है… ना अन्न की कमी है
छायें काली घटाये तो क्या, तेरे आँचल के नीचे हूँ मैं, आगे आगे वो चलती मेरे, अपनी श्यामा के पीछे हूँ मैं, उसने पकड़ा मेरा हाथ है, फिर डरने की क्या बात है। श्यामा प्यारी मेरे साथ है, फिर डरने की क्या बात है, उसने पकड़ा मेरा हाथ है, मेरी श्यामा की क्या बात है,
प्रबल प्रेम के पाले पड़कर, प्रभु को नियम बदलते देखा। अपना मान भले टल जाये, भक्त मान नहीं टलते देखा। जिसकी केवल कृपा दृष्टि से, सकल विश्व को पलते देखा। उसको गोकुल में माखन पर, सौ-सौ बार मचलते देखा। जिसके चरण कमल कमला के, करतल से न निकलते देखा। उसको ब्रज की कुंज गलिन में,
अवतार हो गया रे अवतार हो गया, गोकुल में श्री कृष्ण का अवतार हो गया॥ कोई लाया कुर्ता टोपी कोई लाया झबला, पीला पितांबर कान्हा को भा गया, गोकुल में श्री कृष्ण का अवतार हो गया। अवतार हो गया रे अवतार हो गया, गोकुल में श्री कृष्ण का अवतार हो गया॥ कोई लाया गेंद बल्ला
वृन्दावन जाने वालो, वृन्दावन जाने वालो, बांके बिहारी के नाम मेरा पैगाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… पेहले मेरी तरफ से तुम चरणों में शीश झुकाना उनके चरणों में बैठ के मेरा दरदे हाल सुनाना, उनके सजदे में मेरा सलाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… केहना तेरा दीवाना तुम बिन पल पल तेडप रहा है,