ओ..कान्हा ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी, मुझको तु पहचान, मधुर सुना दो तान… ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… जब से तुम संग मैंने अपने, नैना जोड़ लिये हैं, क्या मैया