Tag: Sanju Sharma

तेरे दर पे आके मुझे क्या मिला है Tere Dar Pe Mujhe Kya Mila Haiverified 

तेरे दर पे आके मुझे क्या मिला है, ये मैं जानता हु या तू जानता है। ज़माने की चल घट, बड़ी बेतुकी है, जिधर देखता हु मैं, उधर सब दुखी है, गिर के दुखो में भी, मैं क्यों सुखी हु, ये मैं जानता हु या, तू जानता है।। चेहरे पे चेहरे, सभी है लगाये, चोट

थारी नगरी में साँवरिया नाँचू दोउनू आँख्या मीचverified 

थारी नगरी में साँवरिया, नाँचू दोउनू आँख्या मीच, ओ दोउनू आँख्या मीच, साँवरा दोउनू आँख्या मीच, थारी नगरी में साँवरिया, नाँचू दोउनू आँख्या मीच॥ बिन दर्शन मनड़ो नहीं माने। जी भरमायो म्हारो क्याने। नैण नचावे छाने – छाने। अण समझी मैं लई कन्हैया, अण समझी मैं लईरे कन्हैया बेल प्रीत की सींच। ओ थारी नगरी

ये बाबा मोर छड़ी वाला Ye Baba Morchhadi Walaverified 

मन को लुबहाये ये तो सबको ही भाए ये प्रेम बडाये सबसे, ये बाबा मोर छड़ी वाला, जो भी आये सबको निभाए। ये बाबा नीले घोड़े वाला ये बाबा मोर छड़ी वाला।। श्याम का रंग नीला पहने पीताम्बर पीला, इसका बागा सजीला इसका रूप है नशीला, जो भी देखे होश गवाए, ऐसा जादू इसने डाला,

माँगा है मैंने श्याम से वरदान एक हीVerified 

माँगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही, तेरी कृपा बनी रहे, जब तक है ज़िन्दगी। मांगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही। ________________________ जिस पर प्रभु का हाथ था, वो पार हो गया। जो भी शरण में आ गया, उद्धार हो गया। जिसका भरोसा श्याम पर, डूबा कभी नहीं। माँगा है मैंने श्याम

श्याम सलोने का प्यारा श्रृंगार है

दिलवाला रंगरसिया मनबसिया बड़ा प्यारा दिलवाला मतवाला सारे जग का उज्जियारा श्याम सलोने का प्यारा श्रृंगार है, कितना सुन्दर सांवलिया सरकार है। सजा दरबार है की छायी बहार है। ◾️ मोर छड़ी हाथों में विराजे मोर मुकुट सिर पे है साजे। मोर मुकुट सिर पे है साजे-2, कान में कुण्डल गल वैजन्ती हार है॥ कितना

जिनका दिल मोहन की चौखट का दीवाना हो गया

जिनका दिल मोहन की चौखट का दीवाना हो गया इस जहाँ से दूर उनका आशियाना हो गया बोलो श्याम श्याम श्याम-4 ◾️ कर लिया दीदार जिसने सांवले सरकार का बन गया नौकर हमेशा के लिए दरबार का रोज़ मिलने का प्रभु से ये बहाना हो गया इस जहाँ से दूर उनका… ◾️ ना रही परवाह

आपन तोह खाटूवाला ये लीले घोड़े वाला

अपना तो खाटूवाला, ये लीले घोड़े वाला सांवरा, भक्तों का रखवाला, ये मुरली वाला, भगतों का रखवाला अपना तो खाटूवाला, ये लीले घोड़े वाला सांवरा, भक्तों का रखवाला, ये मुरली वाला, भगतों का रखवाला॥ ◾️ श्याम की किरपा से कश्ती तुफानो में तैरती कितनी भी उची हो लहरें कश्ती को ना छेड़ती बन के माझी

होली खेले राधा से नंदलाल

रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे होली खेले राधा से नंदलाल होली खेले ………….2 ◾️ रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे रंग बरसे होली खेले राधा से नंदलाल होली खेले ………….2 ◾️ सोच रही राधा रानी कैसे रंग श्याम को …2 काले को कैसे कर

सांवरा जब मेरे साथ है, हमको डरने की क्या बात है।

सांवरा जब मेरे साथ है, हमको डरने की क्या बात है। इसके रहते कोई कुछ कहे, बोलो किसकी यह औकात है॥ ◾️ छाये काली घटाए तो क्या, इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं। आगे आगे यह चलता मेरे, मेरे मालिक के पीछे हूँ मैं। इसने पकड़ा मेरा हाथ है, मुझको डरने की क्या बात है॥

म्हाने खाटू में बुलाले बाबा श्याम

म्हाने खाटू में बुलाले बाबा श्याम……3 आयो मेलो फागण को ◾️ कई दिन सु मन में लागि जावा खाटू धाम……2 एक एक दिन गिन गिन कर काटा किया दिखे श्याम म्हाने खाटू में बुलाले बाबा श्याम……2 आयो मेलो फागण को ◾️ फागण मास रंगीलो थारे भागता के मन भावे…2 खाटू के मेले के माहि नाच