भर दो झोली मेरी शेरोवाली, लौट कर मै ना जाउंगी खाली। तुम्हारी भक्ति से जमाना क्या नही पाता, कोई भी दर से खाली मांगने वाला नही जाता, भर दो झोली मेरी शेरोवाली, लौट कर मै ना जाउंगी खाली। तुम ज़माने के मुख़्तार हो मैया जी बेकसों की मददगार हो मैया जी सबकी सुनती हो अपने
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे, आपस में बड़े प्यार से बेगाने मिलेंगे, हर देश से पहुचेंगी दर्शन को निगाहे, चारो तरफ ही माई के परवाने मिलेंगे। तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में, ये उम्र गुजर जाये मैयाजी की बस्ती में। तक़दीर मुझे ले
माता रानी कीजिये, कृपा की बरसात, सर पे हमारे रखिये-२ अपना वरदानी हाथ, माता रानी कीजिये, कृपा की बरसात। आप अगर चाहेंगी माँ, दुखड़े होंगे दूर, दृष्टि दया की डालिए, हमपे एक भरपूर, आप जो चाहे बिगड़ी-२ आप जो चाहे बिगड़ी, बन जाएगी हर बार, माता रानी कीजिये… जग जननी जगदम्बे माँ, आपसे ये विनती,
दे दे थोड़ा प्यार मैया, तेरा क्या घट जायेगा, ये बालक भी तर जायेगा। दे दे थोड़ा प्यार… दे दिया तुमने, सबको सहारा माँ, जो द्वारे आया है, भर दिया दामन, उसका ख़ुशी से माँ, जो अर्जी लाया है, मुझको देने से, मुझको देने से खजाना, कम नही हो जायेगा। ये बालक भी तर जायेगा,
तर्ज़ :- आओ जी आओ, घर का देव मनावा। मईया के हाथा में, रचावा मेहँदी राचणी, चांदी की चौकी पर, बिठावा जी, रचावा मेहँदी, राचणी।। सर्व सुहागन मिलके आओ, करके सगरी तैयारी जी, गंगाजल शिव चरण पखारो, घोलो मेहँदी प्यारी जी, मईया के हाथा में, मंडावा जी, रचावा मेहँदी राचणी।। रोली लाल मोली लाल, लाल
तेरी हो रही जय जयकार, मैया आ जाओ, तेरी महिमा अपरंपार, मैया आ जाओ, तेरी हो रही जय जयकार, मैया आ जाओ-२ मैया मेरी शेरावाली, मईया मेरी जोतावाली, मैया मेरी पहाड़ावाली, मैया मेरी मेहरांवाली, हो कर के शेर सवार, मैया आ जाओ, तेरी हो रही जय जयकार, मईया आ जाओ, तेरी महिमा अपरम्पार, दरश दिखा
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में, जगदम्बे बिराजी नगरियां में, मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में… आरती मैया की आज उतारों, मैया जी के चरण पखारों, चरण पखारों, लाओ गंगाजल भरके गगरियाँ में, जगदम्बे बिराजी नगरियां में, मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में। फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में, जगदम्बे बिराजी नगरियां में, मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में… घंटा
दाती तेरा नाम, दान देना तेरा काम, तू बड़ी ही दिलवाली, हाँ दाती तेरा नाम… तेरे दरबार झुके सारा संसार, की सबकी रखवाली, सवाली ना दर से गया खाली-२ बड़ी दयावान, तू है करुणानिधान, तूने गम की घटा टाली-२ भक्तो के घर पर, दया की नज़र ला देती हो खुशहाली। सवाली ना दर से गया
नवरात्रे है जब आते, सब मैया के गुण गाते। हँसते गाते ढोल बजाते, सब है ये ही कहते॥ माँ के दर जाना है, जी माँ के दर जाना है। नवरात्रे है जब आते, पर्वत पर मेले लगते। (नवरात्रे है जब आते, पर्वत पर मेले लगते॥) माँ के जयकारे बोल के प्यारे, सब है ये ही
म्हारी कुल री देवी मां, बेटा थारा लाड़ करे। चुनर ल्यायों हूं में मैया, जयपुरिया से जाकर, चारूं कूट में चार मोरिया, गोटा सूं जड़वाकर। थे तो ओढ, ओ थे तो ओढ दिखाओ म्हारी मां, सब मिलकर थारो लाड़ करां। म्हारी कुल री देवी… हीरा जडिया हार मैया जी थारे खातिर लयाया, बिंदिया ल्याया बिछुवा