Tag: Durga Mata Bhajan

माँ ऊँचे पर्वत वाली, करती शेरों की सवारीVerified Lyrics 

माँ ऊँचे पर्वत वाली, करती शेरों की सवारी, अम्बे माँ, घर में पधारो मेरी माँ, अम्बे माँ, घर में पधारो मेरी माँ॥ तेरे नाम की ज्योत जली है, दर्शन को टोली खड़ी है, अम्बे माँ, आरती उतारूं मेरी माँ, अम्बे माँ, आरती उतारूं मेरी माँ॥ आँखे दर्शन की है प्यासी, आजा माता मिटे उदासी, अम्बे

ठुमक ठुमक कर चालें भवानीVerified Lyrics 

ठुमक ठुमक कर चालें भवानी, ले हातो तलवार, (ठुमक ठुमक कर चालें भवानी, ले हातो तलवार) भवानी मेरी जगदम्बा, थारा बालकिया बुलावे, वेगा आवजो हो माँ॥ घेर घुमेरो पेरो घाघरो, ओढ़न दिखणी रो चीर, भवानी मेरी जगदम्बा, रेशम की ओ मैया फेरो कोचलि, ए माँ ओ माँ, ठुमक ठुमक कर चाल भवानी, ले हातो तलवार,

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होतीVerified Lyrics 

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती, तो ममतामयी माँ कहाई ना होती-२ द्वारे पे आए माँ हमको निहारो, सोई हुई तक़दीर संवारो-२ अगर माँ की ज्योति जलाई ना होती। तो ममतामयी माँ कहाई ना होती-२ अगर मां ने ममता… हमें क्या पड़ी है हम तुम्हे मनाए, हमारा तो हक़ है की हम रूठ जाए-२

एक तमन्ना माँ है मेरीVerified Lyrics 

एक तमन्ना माँ है मेरी, दिल में बसा लूँ सूरत तेरी, हर पल उसीको निहारा करूँ, मईया मईया मुख से उचारा करूँ। रोज सवेरे उठ कर मैया, तुझको शीश नवाऊँ मैं। प्रेम भाव से भांति-भांति का, नित श्रृंगार सजाऊँ मैं। हाथों से आरती उतारा करूँ, मैया-मैया मुख से उचारा करूँ। इस तन से जो काम

एक बार दर पे बुला ले मेरा मन करता हैVerified Lyrics 

यह भजन माता रानी की महिमा और प्रेम का अद्वितीय वर्णन करता है। यह सबल भावनाओं और आराधनाओं के माध्यम से एक भक्त के मन में माँ प्रति भाव जगाता है। शुरुआत में भक्त अपनी इच्छा व्यक्त करता है कि माँ उसे अपने दरबार में बुला लें, और वह माँ के दरशन करें। भक्त द्वारा

मैया जी तेरी महिमा गाते हैंVerified Lyrics 

ऊँचे पर्वत चढ़कर जो, तेरे मंदिर आते हैं, मैया जी तेरी महिमा गाते हैं, (मैया जी तेरी महिमा गाते हैं) महिमा गाते हैं, मैया जी तेरी महिमा गाते हैं, मैया जी तेरे दर्शन पाते हैं। हे जगदम्बा महारानी, तेरा नहीं कोई सानी, तू रण में रणचंडी माँ, तू मन में शीतल है माँ, हो, तेरे

मेरी माँ के बराबर कोई नहींVerified Lyrics 

ऊंचा है भवन ऊंचा मंदिर, ऊंची है शान मैया तेरी, चरणों में झुके बादल भी तेरे, पर्वत पे लगे शैया तेरी॥ हे कालरात्रि हे कल्याणी, तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं। तेरी ममता से जो गहरा हो, ऐसा तो सागर कोई नहीं, मेरी

देखो फिर नवरात्रे आयेVerified Lyrics 

बही भक्ति की गंगा-यमुना, श्रद्धाओं के दीप जलाये। देखो फिर नवरात्रे आये। कोई माँ का भवन बुहारे, कोई तोरणद्वार सँवारे, यज्ञ-हवन में लगे सभी ही, लगा रहे माँ के जयकारे। भोग लगाता कोई माँ को, कोई चुनरी लाल चढ़ाये, देखो फिर नवरात्रे आये। अम्बर कितना चमक रहा है, मातामय हो दमक रहा है, मेघों का

सारी दुनियां की तूं है सरकारVerified Lyrics 

सारी दुनियां की तूं है सरकार, की आजा मैया शेरावालिए। सच्चा जग में है केवल तेरा द्वार, की आजा मैया शेरावालिए॥ में तोड़ के बंधन सारे, आ बैठा हूं तेरे द्वारे। मेरे सिर पर हाथ फिराकर, मां कर दे वारे न्यारे। तूने तो भरे है सबके भंडार, की आजा मैया शेरावालिए॥ सारी दुनियां की तूं

भर दो झोली मेरी शेरोवालीVerified Lyrics 

भर दो झोली मेरी शेरोवाली, लौट कर मै ना जाउंगी खाली। तुम्हारी भक्ति से जमाना क्या नही पाता, कोई भी दर से खाली मांगने वाला नही जाता, भर दो झोली मेरी शेरोवाली, लौट कर मै ना जाउंगी खाली। तुम ज़माने के मुख़्तार हो मैया जी बेकसों की मददगार हो मैया जी सबकी सुनती हो अपने