बैठ अकेला दो घडी, कभी ईश्वर तो ध्याया कर, मन मंदिर में गाफ़िला, तूं झाड़ू रोज लगाया कर। सोने में तो रेन गंवाई, दिन भर करता पाप रहा मोह माया में फंस कर बन्दे, धोखे में तूँ आप रहा सुबह सवेरे उठ प्रेमिया, सत्संग में नित आया कर मन मंदिर में… बारम्बार जन्म का पाना,
तेरा पल पल बीता जाए, तूँ जपले ॐ नमः शिवाय – २ शिव शिव तुम हृदय से बोलो, मन मंदिर का परदा खोलो। अवसर खाली ना जाए, तूँ जपले…. यह दुनिया पंछी का मेला, समझो उड़ जाना है अकेला। तेरा तन यह साथ न जाय, तूँ जपले…. मुसाफिरी जब पूरी होगी, चलने की मजबूरी होगी।
सुन ओ अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा मुझे अपनी शरण में लेलो, में बालक हूँ दुखियारा माथे पर तिलक विशाला, कानों में सूंदर बाला थारे गले राम की माला, ओ लाल लगोटे वाला थारो रुप जगत से न्यारा, लगे है सबसे प्यारा मुझे अपनी शरण में…. प्रभु सालासर के मांही, थारा मंदिर है
गणपति राखो मेरी लाज-२ पूरन कीजे सारे काज-२ सदा रहे खुशहाल, गणपति लाल, जो प्रथमें तुम्हें मनावे। रिद्धि सिद्धि के दाता, भाग्य विधाता, वो सब तुमसे पा जावे। विनती सुन लियो मेरी आज, पुराण कीजै सारे काज। गणपति रखो मेरी लाज, पूरन कीजै सारे काज। मुर्ख को दे ग्यान, सभा में मान निर्बल भी बल
आज बृज में होरी रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥ अपने अपने महलों से निकली, कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया। कौन गाँव के कुंवर कन्हैया, कौन गाँव राधा गोरी रे रसिया। नन्द गाँव के कुंवर कन्हैया, बरसाने की राधा गोरी रे रसिया। कौन वरण के कुंवर कन्हैया, कौन वरण राधा गोरी रे
तेरे तन पे सिंदूरी चोला तेरे तन पे – २ सिन्दूरी चोला के बाबा लगे बड़ा प्यार प्यारा। के मैंने ले लिया तेरा सहारा हो हो…. तेरे सिर पर मुकुट विराजे कानों में कुण्डल साजे। क्या कहूँ छवि तेरी प्यारी, तेरे घट में राम विराजे। तेरी जगमग जोत जले है दर्शन पर पाप कटे है
मुझे अपनी शरण में लेलो राम -२ लोचन मन में जगह न हो तो युगल चरण में लेलो राम, मुझे… जीवन देके जाल बिछाया रच के माया नाच नचाया चिंता मेरी तभी मिटेगी -२ जग चिंतन लेलो राम, मुझे… तुमने लाखों पापी तारे मेरी बरी बजी हारे मेरे पास न पुण्य की पूंजी -२ पद
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए असुर सब मारे, सीता की सुध लेने खातिर, क्या से क्या कर डाला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला। पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे
घोटे वाले मुझे बुला ले, कर अर्जी मंजूर दिखा दे रूप तेरा।।टेर।। सालासर में धाम तेरा, अजब निराली माया है। सुन्दर रूप अनूप तेरा, भक्तों को मन भाया है। भक्त गण आते भोग लगते, भीड़ रहे भरपुर।। दिखा दे रूप… अंग में चोला चाँदी का, गल में बैजंती माला है। मुकुट विराजे सोने का, लाल