रहे रहे के अपने आँगन की, सबको याद सताये, होता न कम प्रेम तनिक भी, दूर भले ही जाए, धरती पर आकर प्रभु ने, दिन जो अपने बिताये, कोशिश करके भी रघुवर से, जाते ना होंगे भुलाये। आये थे कभी धरती पे तुम, दिन याद तुम्हे आते होंगे-२ खाते हुए भोजन भीलनी के-२ प्रभु बेर
जप राधे राधे नाम चिंता हर लेंगे श्याम चिंता नही है किसी बात की सरकार श्री राधा रानी है इनके श्री चरणों की छाव में मैंने सारी उमर बितानी है सारे कष्टों का निपटारा मैंने कराना सीख लिया वृन्दावन जाना सीख लिया बरसाना जाना सीख लिया जब जब गिरता था जीवन की राहो में झट
मेरे श्याम जी आएंगे जरा देर लगेगी, हम उन्हें रिजायेगे जरादेर लगेगी, मेरे श्याम जी आएंगे….. मतलब की दुनिया तो पल भर में जुड़ जाती, मुश्किल की घडी में ये पर्दो में छिप जाती, पर्दो को उठाना है जरा देर लगे गी, मेरे श्याम जी आएंगे….. पल भर की भगति से मेरे श्याम नहीं मिलते,
हमारे बालाजी महराज सभी के कष्ट मिटते है पिलाते राम नाम की बुटी साब को मस्त बनाते है घटा मेहंदीपुर धाम सारे करते जाके परनाम यही है भगतो के सरताज जो बाला जी कहलाते है पिलाते राम नाम की बुटी साब को मस्त बनाते है हमारे बाला जी महराज……… है जिनके प्रेतराज अगवान बेरव कोतवाल
हे बिगड़ी बनाने वाले, मेरी बिगड़ी बनाने वाले-2 ओ दुनिया के रखवाले, बाबा दुनिया के रखवाले थारी जय जय कार है। अंजनी कुमार थारी महिमा अपार है -२ हे बिगड़ी बनाने वाले, बाबा बिगड़ी बनाने वाले-2 थारी जय जय कार है। अंजनी कुमार थारी महिमा अपार है -२ शिव शंकर के अवतारी बाबा-२ पवन सूत
ऐसे मेरे मन में विराजिये ऐसे मेरे मन में विराजिये कि मै भूल जाऊं काम धाम गाऊं बस तेरा नाम भूल जाऊं काम धाम गाऊं बस तेरा नाम सीता राम सीता राम, सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम, सीता राम सीता राम ॥ ऐसे मेरे मन में विराजिये…॥ तू चंदा हम है चकोर,
मेरे प्रभु जानते है बात घट घट की बजाये जा तू प्यारे हनुमान चुटकी, तेरे माथे पर है बेटा तलवार लटकी बजाये जा तू प्यारे हनुमान चुटकी, यहाँ प्रभु है वह चाल किसकी चली, तेरे राम जी के आगे दाल किसकी गली, तूने जानी नहीं लीला नटखट की, बजाये जा तू प्यारे हनुमान चुटकी.. जो
करुणा का है रूप भगवती, माँ की महिमा अनुपम है -2 अष्ट भुजी जगदम्बे माता सर्व श्रेठ सरवोत्तम है करुणा का है रूप भगवती, माँ की महिमा अनुपम है सब का करती पालन तू माँ सबको करती प्यार आपार माँ तेरु गरिमा निराली करे बच्चो को भव से पार जिसने जाना तुझे हर्दय से करती
जिनके नाम के सुमिरन से ही बन जाता हर काम, देवो में है देव निराला राम भक्त हनुमान, धुन राम नाम की गाता है सिया राम को मन में बसाता है, सोने जैसी लंका पल में कर डाली श्मशान, देवो में है देव निराला राम भक्त हनुमान, मेहंदीपुर में है धाम गजब, सालासर में है