टेर : आधी रात जीवन की ढल गई होगा अभी सवेर रे। आजा बन्दे प्रभु शरण में काहे लगावे देर रे।। चार दिनों का जीवन तेरा, दुनिया चलती चाकी रे, पीस रहे है सभी इसमें, कोण बचा न बाकि रे, अगर कहीं बचना चाहे तो, राम माला फेर रे।1। आधी रात जीवन…. आत्मा शनि का
टेर : भज राम नाम सुखदाई भजन करो भाई ये मेला दो दिन का। ये तन है जंगल की लकड़ी आग लगे जल जावे, भजन करो भाई, ये मेला दो दिन का। भज राम नाम….. ये तन है कागज की पुड़िया हवा लगे उड़ जावे भजन करो भाई, ये मेला दो दिन का। भज राम
मेहंदीपुर के बाला जी हमे तेरा सहारा है जब जब भी भीड़ पड़ी तुमको ही पुकारा है मेहंदीपुर के बाला जी … मतलब की दुनिया में अपना भी पराया है सुख दुःख में तुमने ही सदा साथ निभाया है सारा जग झूठा है, सच्चा तेरा ये द्वारा है मेहंदीपुर के बाला जी हमे तेरा सहारा
बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो, हो मन्नै इब पटी स जाण। तीन लोक में डंका बाज-२ हाथ में शक्ति गदा विराजै, बालाजी तुम राम सेनानी हो, हो मन्नै इब पटी स जाण, बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो, हो मन्नै इब पटी स जाण। तीन पहाड़ प तुं घाटे आला-२ राम नाम की जपता माला, बालाजी
बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो दुःख सब के हरने वाले, मेरे बाबा भोले भाले मेरे शम्बू भोले भाले, मेरे बाबा भोले भाले॥ कोई भूल हो गयी हो, मेरे स्वामी माफ़ करना सेवक हैं हम तो तेरे, तुम दाता हो हमारे॥ दुःख संकटों से बाबा मुश्किल में घिर रहा हूँ शम्भू मुझे बचालो,
टेर : बजरंग बलि मेरी नाव चली जरा बलि कृपा की लगा देना। मुझे रोग दोष ने घेर लिया मेरे पापों को नाथ मिटा देना, मैं दास तो आपका जन्म से हूँ बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ। बजरंग बलि….. दुर्बल हूँ गरीब हूँ दीन हूँ मैं निज कर्म क्रिया मति छिण हूँ मैं,
टेर : हो रही जय जयकार बालाजी तेरे मंदिर में, उड़ रही लाल गुलाल बालाजी तेरे मंदिर में। भगत खड़े तोहे भजन सुनावे नाच नाच रमझोल मचावे , खुशियों के लगे अम्बार बालाजी तेरे मंदिर में। कोई मेवा पकवान चढ़ावे बार बार धन माल लुटावे, प्रशादी की बहार बालाजी तेरे मंदिर में। ध्वजा नारियल सवा
टेर : लहर लहर लहराए रे, झंडा बजरंग बली का। इस झंडे को हाथ में लेके, हाथ में लेके साथ में लेके, सिया सुधि ले आये रे, झंडा बजरंग बलि का। लहर-लहर…. इस झंडे को हाथ में लेके, हाथ में लेके साथ में लेके, अक्षय को मार गिराए रे, झंडा बजरंग बलि का। लहर-लहर…. इस