श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे -3 प्रीत का धागा तुमसे बांधा, जन्म जन्म तक न टूटे श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे रहमत बरसे, तेरी..इ श्याम, जब तक साँस है, लू तेरा नाम , लू तेरा नाम -2 छोड़ के आया सब की चौखट, अब है सहारा, खाटू
जब फागुन मेला आए, श्री श्याम ध्वजा लहराये, कोई ये तो बताये मुझे ये काया हुआ है, ओ मेरा दिल क्यों मचला जाये, जब फागुन… रंग रंगीला फागण महीना मेरे मन को भाये, रात या दिन हो हर पल मुझको तेरी याद ही आये, कोई ये तो बताये मुझे ये क्या हुआ है, हो मेरा
आओ आओ यशोदा के लाल आओ आओ यशोदा के लाल, आज मोहे दरशन से कर दो निहाल, आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल नैया हमारी भंवर मे फंसी, कब से अड़ी उबारो हरि, कहते हैं दीनों के तुम हो दयाल( २) आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल, अबतो सुनलो पुकार मेरे जीवन आधार,
टेर : क्या लेकर तूं आया जगत में , क्या लेकर तूं जायेगा। सोच समझ ले – रे ,मन मूरख आखिर में पछतावेगा।। भाई बन्धु और मित्र प्यारे , मर्घट तक संग जायेंगे , सवार्थ के दो आंसू देकर लॉट -लॉट घर आवेंगे , कोई न तेरे साथ चलेगा ,एक अकेला जावेगा। क्या लेकर तूं…..
टेर : अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में। है जीत तुम्हारे हाथों में, है हार तुम्हारे हाथों में ।1। है जीत तुम्हारे हाथों में… मेरा निश्चय है बस एक यही, इकबार तुम्हे पा जाऊं मैं। अर्पण करदूँ दुनिया भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथों में ।2। है जीत तुम्हारे हाथों
टेर : बजरंग बाला जपूँ थारी माला, रामदूत हनुमान, भरोसो भारी है… लाल लंगोटो वालो तू, अंजनी माँ को लालो तू, राम नाम मतवालो तू, भगतां को रखवालो तू, सालासर तेरा भवन बना है सुन ले पवन कुमार, बजरंग बाला जपूँ… शक्ति लक्ष्मण के लागि, पल माहि मूर्छा आगि, द्रोणगिरि पर्वत ल्यायो, सांचो है तू
दोहा : धन चाहे तो दान कर मुक्ति चाहे तो भज राम हाड़ मास का पुतला बिन भजन किस काम टेर : नर खोव मतना रे काया दुपटो जरी को। नर जपले क्योनी रे सांचो नाम हरी को।। नर खोव मतना रे……।1। काम न करयो तो, मने धोखो कोणी आवे। मन धोखो आवे रे, माया
टेर : क्या लेकर तूं आया जगत में, क्या लेकर तूं जावेगा सोच समझ ले रे मन मुर्ख, आखिर में पछतावेगा भाई बन्धु और मित्र प्यारे, मर्घट तक संग जायेगे सवार्थ के दो आंसू देकर, लौट लौट घर आवेगे कोई न तेरे साथ चलेगा, एक अकेला जावेगा क्यों जग में अभिमान करे तूँ और कहे