थे तो आरोगो नी मदन गोपाल, कटोरो ल्याई दूध को भरो॥ दूदाजी म्हने दई बुलावण, जद मैं आई चाल, धोली गाय को दूध गरम कर, ल्याई मिसरी डाल, क्याने रूठ गया मेड़तिया भगवान, कटोरो ल्याई दूध को भरो॥ किस विध रूठ गया छो बाला, कारण काह महाराज, दूध कटोरो धरयो सामने, पीवण री काई लाज,
पूरब से जब सूरज निकले, सिंदूरी घन छाए, पवन के पग में नुपुर बाजे, मयूर मन मेरा गाये। पूरब से जब सूरज निकले, सिंदूरी घन छाए, पवन के पग में नुपुर बाजे, मयूर मन मेरा गाये। मन मेरा गाये, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ
मेरे राम मेरे घर आएंगे, आएंगे प्रभु आएंगे। प्रभु के दर्शन की आस है, और भीलनी को विश्वास है॥ मेरे राम मेरे घर आयेंगे… अंगना रस्ता रोज बुहार रही, खड़ी खड़ी वो राह निहार रही। मन में लगन भीलनी मगन-2 भीलनी को भारी चाव है, और मन में प्रेम का भाव है। मेरे राम मेरे
नंदलाल तेरी मेरी बाते, एक तू जाने या मैं जानू… आएँगी मिलन की वो राते, एक तू जाने या मैं जानू। तेरे प्रेम की अश्को की बरसाते… एक तू जाने या मैं जानू वो रूप के रंग के नजतो पे एक तू जाने या मैं जानू… जहा तूम हो वहा चांदनी कौन पूछेगा, तेरा दर
॥दोहा॥ आठ पहर यू ही गया, माया मोह जंजाल। राम नाम हृदय नहीं, जीत लिया जम काल॥ कलजुग झाला देतो आवे रे, चौडे धाडे। चौडे धाडे ओ, कलजुग हेला मारे। कलयुग झाला देतो आवे रे, चौडे धाडे॥ ॥टेर॥ सतयुग त्रेतायुग द्वापर कि, उठ रित पुराई। कान खोल सुनले भाया, कलजुग री चतुराई। के सारा एकन
अमृत है हरि नाम जगत में, इसे छोड़ विषय विष पीना क्या, हरि नाम नही तो जीना क्या। काल सदा अपने रस डोले, ना जाने कब सिर चढ़ बोले, हरि का नाम जपो निसवासर, इसमें अब बरस महिना क्या। हरि नाम नही तो जीना क्या। तीर्थ है हरि नाम तुम्हारा, फिर क्यों फिरता मारा-मारा, अंत
राधे राधे राधे बोल मना, तन का क्या पता, राधे राधे राधे बोल मना, तन का क्या पता। मन तो है चंचल, तन तो है पिंजरा, पिंजरे में है तेरा वास, मन तो है चंचल, तन तो है पिंजरा, पिंजरे में है तेरा वास, राधे राधे राधे बोल मना, तन का क्या पता। राधा है
ना मैं मांगू खेल खिलौना, ना मैं लाल फरारी, एक बार करवादे बाबा, लीले की सवारी, तेरे संग झूम लू मैं, ये दुनिया घूम लू मैं-२ मैं भी देखूं लीला घोडा, कैसी दौड़ लगाता, जब कोई प्रेमी याद है करता, झटपट दौड़ के आता, रोते हुए चेहरो पे लाता, ये मुस्कान है प्यारी, एक बार
खोलो ह्रदय के ताले मैया जी मेरा भाग लिख दो। मईया जी मेरा भाग लिख दो-२ खोलो ह्रदय के ताले मैया जी मेरा भाग लिख दो। पहला भाग मेरे माथे पे लिख दो, माथे पे लिख दो माँ माथे पे लिख दो, शीश झुकाऊ मैं बारम्बार, मैया जी मेरा भाग लिख दो, खोलो ह्रदय के