करुणामयी सरकार ने, जीना सिखा दिया, दुनिया की ठोकरों ने तेरे, दर पे ला दिया। करुणामयी सरकार ने, जीना सिखा दिया, दुनिया की ठोकरों ने तेरे, दर पे ला दिया। करुणामई सरकार ने, जीना सिखा दिया। जिसने कभी भी आज तक, सजदा नहीं किया, उसको कृपा ने आपकी, झुकना सिखा दिया, करुणामई सरकार ने, जीना
आ गया मैं दुनियांदारी, सारी बाबा छोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के उस मोड़ पै। हार गया मैं इस दुनियां से, अब तो मुझको थाम ले, कहा मुझे किसी श्याम भगत ने, बाबा का तू नाम ले। अपने पराए छोड़ गए सब, दिल मेरा ये तोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के
अंजनी का लाला रे भक्तों का रखवाला रे, जिस ने लिया तेरा आसरा उसके संकट को हर डाला रे, अंजनी का लाला भक्तों का रखवाला। संकट मोचन नाम तिहारा शंकर के अवतार, दुष्टों का दिल भय से कांपे सुन तेरी ललकार, हे दयालु हे किरपालु, तेरी महिमा अप्रमपार, अंजनी का लाला भक्तों का रखवाला। सिया
बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे। सखी बाबुल बुलावे म्हाने गाँव, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये। मिलने का दिन गिन गिन काटा, जद या ग्यारस आवे-२
तर्ज :- ये प्रार्थना दिल की… छुपा नहीं तुमसे, मेरा हाल पुराना है। दुनिया सारी कहती, ये श्याम दीवाना है। सांवरे तेरा दीवाना हूँ मैं -(2) कीर्तन में तेरे आकर, फरियाद करता हूँ। तेरे आगे रोकर के, दिल की बात कहता हूँ। तुम हरपल साथ मेरे, दिल का यही कहना है।। दुनिया सारी कहती… ।।1।।
भक्तो फूलो की बरसात करो, दर्शन देने माँ झंडे वाली आई है, झंडे वाली का दर्श निराला है, कण-कण में ज्योत समाई है, भक्तो फूलो की बरसात करो। जो भी माँ की महिमा गाते है, वो मन की मुरादे पाते है, जिस मन में माँ बसे माँ की मूरत, उसने ही जन्नत पाई है, भक्तो
तर्ज़:- तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा दुनिया के दुख दर्द से जब दिल मेरा घबराया। तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया।। जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम…… जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम…… गिरते थे ठोकर खाकर, था कोई नही सहारा, तब साथ दिया मेरा तूने,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है, मेरे मांझी बन जाओ मेरी नाव चला जाओ, बेटे को बाबा श्याम गले लगा जाओ, हारा हूँ बाबा पर…. मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता , बिन बोले भक्तों की बिगड़ी बनाता, मिलता ना किनारा है ना कोई और सहारा