दुनियाँ के दुख दर्द से जब दिल मेरा घबराया।

Duniya Ke Dukh Dardon Se Jab Dil Mera Ghabraya.

तर्ज़:- तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा

दुनिया के दुख दर्द से जब दिल मेरा घबराया।
तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया।।

जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम……
जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम……

गिरते थे ठोकर खाकर, था कोई नही सहारा,
तब साथ दिया मेरा तूने, पग पग पर किया ईशारा,
जब जीवन में तुम आये, सबने मुझे गले लगाया,
तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया, दुनिया के दुख………..

जय श्री श्याम श्री श्याम श्री श्याम
जय श्री श्याम श्री श्याम श्री श्याम

औकात से बढ़कर मेरी, तेरे दर से मिला है मुझको,
अहसान है तेरे इतने, कैसे मैं चुकाऊँ उनको,
तेरा शुकर अदा करने को, मैं असुअन धार हूँ लाया,
तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया, दुनिया के दुख………..

जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम,
जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम,

मेरे दिल की तमन्ना इतनी, चरणों से लगाये रखना,
मुझे अपनी शरण में लेकर, अपना तू बनाये रखना,
दुनियां से मुझे क्या मतलब, मैने तुमसे स्नेह लगाया,
तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया, दुनिया के दुख………..

जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम,
जय श्री श्याम श्री श्याम श्री श्याम

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