दर्शन तो देदो बाबा दर्शन तो दो, दर्शन तो देदो बाबा दर्शन तो दो… तेरे दर पे हम आये बाला, होहोहोहो दर्शन तो दे दो बाबा, दर्शन तो दो।। सात समुन्दर बाबा पार कर आये… मात सीता का बाला पता लगाए…… तेरी शक्ति आपार जग में होहोहोहोहो दर्शन तो दे दो बाबा, दर्शन तो दो।।
राम तुम बड़े कृपालु हो, शाम तुम बड़े दयालु हो। नाथ तुम बड़े दयालु हो, प्रभु जी तुम बड़े कृपालु हो॥ ◾️ और न कोई हमारा है, मुझे इक तेरा सहारा है। कि नईया डोल रही मेरी, प्रभु जी तुम करो न अब देरी॥ ◾️ तेरा यश गाया वेदों ने, पार नहीं पाया वेदों ने।
वीर बजरंगी तेरे दीवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है। वीर बजरंगी तेरे दीवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है, ऐसे आये है दर्शन को तेरे, जैसे पूजन को आये हुए है, वीर बजरंगी तेरे दिवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है।। ◾️ज्ञान की ज्योति बाबा जला दो, भक्ति का सार हमको बता दो, पाप
राम जी की निकली सवारी, राम जी की लीला है न्यारी। -श्लोक- ◾️ हो सर पे मुकुट सजे, मुख पे उजाला, हाथ में धनुष गले, में पुष्प माला, हम दास इनके, ये सबके स्वामी, अन्जान हम ये अन्तरयामी, शीश झुकाओ राम-गुन गाओ, बोलो जय विष्णु के अवतारी। राम जी की निकली सवारी, राम जी की
थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ भारत राजस्थान में जी सालासर है एक धाम सूरज स्वामी बण्यो देवरों महीमा अप्रमपार थारे लाल ध्वजा फहरावे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ चैत्र सुदी पूनम को मेलो भीड़ लगे अति भारी नर नारी थारा दर्शन करने आवे बारी बारी
ओ माँ.. जय माँ.. ओ माँ.. जय माँ.. मैं बालक तूँ माता शेरां वालिए है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो..(2) शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ मैं बालक तूँ माता शेरां वालिए है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो..(2) तेरी ममता मिली है मुझको, तेरा प्यार
मेरे मन में है राम, मेरे तन में है राम। मेरे नैनो की नगरिया में राम है॥ ◾️ मेरे रोम रोम के है राम ही रमिया, साँसों के स्वामी, मेरी नैया के खिवैया। कण कण में हैं राम, त्रिभुवन में हैं राम, नीले नभ की अटरिया में राम है॥ ◾️ जनम जनम का जिन से
विनती सुनो मेरी अंजनी के लाला, करते तुम्हारा गुणगान देवा, दाता हमारे तुम ही सहारे, भक्तो पे किरपा अपार देवा।। ◾️पूजा तुम्हारी जो करता है दिल से, उसको बचाते हो हर मुश्किल से, दर पे तुम्हारे जो आये सवाली, रखते हो भक्तो का ध्यान देवा, दाता हमारे तुम ही सहारे, भक्तो पे किरपा अपार देवा।।
राम को देख कर के जनक नंदिनी, बाग़ में वो खड़ी की खड़ी रह गयी। राम देखे सिया को सिया राम को, चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी॥ ◾️ यज्ञ रक्षा में जा कर के मुनिवर के संग, ले धनुष दानवो को लगे काटने। एक ही बाण में ताड़का राक्षसी, गिर जमी पर पड़ी
राम के भजने से बेडा पार है, राम के भजने से बेडा पार है, बिन भजन के ये जनम बेकार है, बिन भजन के ये जनम बेकार है, राम के भजने से बेडा पार है, राम के भजने से बेडा पार है, ◾️ ये मानुष सुन्दर जनम तुझको मिला ये मानुष सुन्दर जनम तुझको मिला