बताओ कहाँ मिलेगा श्याम। चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान॥ ◾️ वो नन्ना सा बालक है, सांवली सी सूरत है, बाल घुंघराले उसके, पहनता मोर मुकुट है। नयन उसके कजरारे, हाथ नन्ने से प्यारे, बांदे पैजन्यिया पग में, बड़े दिलकश हैं नज़ारे। घायल कर देती है दिल को, उसकी इक मुस्कान॥ बताओ कहाँ
है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले, शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले ।। ◾️जो ध्यान तेरा धर ले मन में, वो जग से मुक्ति पाए, भव सागर से उसकी नैया, तू पल में पार लगाए संकट में भक्तो में पड़ कर तू, भोले आप संभाले, शिव शंकर डमरू वाले।।
हरे कृष्णा कृष्णा बोल, राधे राधे राधे बोल॥ हरे कृष्णा कृष्णा बोल, राधे राधे राधे बोल॥ तेरी मुरली की धुन सुनने, मैं बरसाने से आई हूँ। मैं बरसाने से आई हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ। ◾️ अरे रसिया, ओ मन बसिया, मैं इतनी दूर से आयी हूँ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने, मैं बरसाने
मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा, – श्लोक – सत्य है ईश्वर शिव है जीवन, सुन्दर ये संसार है तीनों लोक है, तुझमे तेरी माया अपरम्पार है।। ओम नमः शिवाय नमो, ओम नमः शिवाय नमो, मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा, शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा, बोल सत्यम शिवम बोल तू सुन्दरम, मन मेरे
दुनिया से मैं हारा हूँ तक़दीर का मारा हूँ …2 ◾️ जैसा भी हूँ अपना लो मैं बालक तुम्हारा हूँ ◾️ दुनिया से मैं हारा हूँ तक़दीर का मारा हूँ …2 ◾️ जैसा भी हूँ अपना लो मैं बालक तुम्हारा हूँ ◾️ दुनिया से मैं हारा हूँ तक़दीर का मारा हूँ …2 visited: 32,364
ईश्वर सत्य है, सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर है जागो उठकर देखो, जीवन ज्योत उजागर है सत्यम शिवम सुंदरम, सत्यम शिवम सुंदरम।। ◾️राम अवध में,काशी में शिव, कान्हा वृन्दावन में, दया करो प्रभू, देखू इनको, हर घर के आंगन में, राधा मोहन शरणम, सत्यम शिवम सुंदरम।। ◾️एक सूर्य है, एक गगन है, एक
प्रिय लाल राजे जहा तहा वृन्दावन जान वृन्दावन ताज एक पग जाये रसिक सुजान उर्र ऊपर नित्य रहू लटका अपनी बन माल का फूल बना दे लेहरे टकराती हो जिससे कामनिये कालिंदी का फूल बना दे करकंज से थमते हो जिसको उस वृक्ष कदम्ब को मूल बना दे ◾️ पद पंकज तेरे छुएंगे सदा ब्रजराज
शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ अंत काल को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ॥ ◾️भोले शंकर की पूजा करो, ध्यान चरणों में इसके धरो। हर हर महादेव शिव शम्भू। हर हर महादेव शिव शम्भू॥ ◾️डमरू वाला हे जग मे दयालु बड़ा, दीन दुखियौ का दाता जगत का पिता, सबपे करता है