दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे

दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे। पनिया भरन गई मैं जमुना नदी किनारे॥ ◾️ सर पर मुकुट जड़ा था, कानो कुंडल पड़ा था, पनघट निकट खड़ा था, कर प्रेम के इशारे। दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे॥ ◾️ गल विच फूल माला, लोचन परम रसाला, कटी मेखला विशाला, तन

पत्थर की राधा प्यारी पत्थर के कृष्ण मुरारी

पत्थर की राधा प्यारी, पत्थर के कृष्ण मुरारी पत्थर से पत्थर घिस के पैदा होती चिंगारी पत्थर की नार अहिल्या, पग से श्री राम ने तारी पत्थर के मठ में बैठी, मैया हमारी ◾️ चौदह बरस वनवास में भेजा, राम लखन सीता को, पत्थर रख सीने दशरथ ने पुत्र जुदाई का भी पत्थर सहा देवकी

श्याम मोरे नैनन आगे रहियो

श्याम मोरे नैनन आगे रहियो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो नाथ मोरे नैनन आगे रहियो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो ◾️ हरिजी मोरे जय हो श्याम मोरे जय हो कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो ◾️ भव सागर में जीवन नैय्या कोई नहीं है मेरा खेवया अबकी बेर प्रभु डूब ना जाऊ तू मोहे पार लगैया

अरदास हमारी है आधार तुम्हारा है।

अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है, स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है।। ◾️नैनो में रमे हो तुम, मेरे दिल में बसे हो तुम, तुझे पल भी ना बिसरावउँ, इस तन में रमे हो तुम, मत मुझसे बिछुड़ जाना, ये दास तुम्हारा है, स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है, अरदास हमारी है।। ◾️बिन सेवा किये तेरी,

काला बदन दिल गोरा कन्हिया तुने क्या जादू डाला

काला बदन दिल गोरा, कन्हिया तुने क्या जादू डाला। ◾️ बांके नैना तेरे बांकी अदाएं । इसने दीवाना कर डाला, कन्हिया तुने क्या जादू डाला॥ ◾️ धर अधरन पर वेणु बजाये। मुरली धर गोपाला, कन्हिया तुने क्या जादू डाला ॥ ◾️ भोला सा मन सखी मोह लिया है। जपूँ तेरे नाम की माला, कन्हिया तुने

दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा हारावाला

दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा हारावाला मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा प्यारा ◾️ वेख वेख के नैन ना राजदे, गल करन नहीं देंदा इस छलिये दिल ऐसा लुटेया, कम करण नहीं दिंदा मेरी होश भुला गया नी सहेलियो मेरा हारा वाला ◾️ मुख दे इसदे नूर चमकदा दर्शन करे खुदाई

बड़ा है दयालु भोलेनाथ डमरू वाला।

बड़ा है दयालु भोले नाथ डमरू वाला, श्लोक – शिव समान दाता नहीं, विपत निवारण हार, लज्जा सबकी राखियो, ओ नंदी के असवार। बड़ा है दयालु भोले नाथ डमरू वाला, जिनके गले में विषधर काला, नीलकंठ वाला,  भोले नाथ डमरू वाला, बड़ा है दयालू भोले नाथ डमरू वाला। ◾️बैठे पर्वत धुनि रमाये, बदन पड़ी मृगछाला

देखा करो ना सांवरे हमको यूँ प्यार से

देखा करो ना सांवरे हमको यूँ प्यार से हम तो हुए हैं बावरे नज़रों की मार से ◾️ खंजर बनी है सांवरे बांकी अदा तेरी जी भर के देखा तो बता कैसी खता मेरी घायल सा कर दिया मुझे इसके तो वार से देखा करो ना सांवरे… ◾️ चित्तवन तुम्हारी क्या कहें, मस्ती बरस रही

भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना।

भोले मेरी नैया को भाव पार लगा देना, श्लोक – भोले में तेरे दर पे, कुछ आस लिए आया हूँ , तेरे दर्शन की मन में, एक प्यास लिए आया हूँ , अब छोड़ दिया जग सारा, सब तोड़ दिए रिश्ते, विश्वास है भक्ति का, मन में विश्वास लिए आया हूँ। भोले मेरी नैया को

हरि नाम का प्याला ज़रा पीजिये

हरि नाम का प्याला ज़रा पीजिये, फिर हरि हरि, हरि हरि, हरि हरि ही कीजिये ◾️ मेरा नन्द गोपाला, हरि हरि मेरा बंसरी वाला, हरि हरि मेरा मोहन कला, हरि हरि मेरा दीनदयाला, हरि हरि ◾️ हरि को भजे सो हरि का होए, हरि सम दूजा और ना कोई । डोरी साँसों की उसे सौंपिए,