तेरह पेड़िया ऊपर म्हारे, श्याम को बंगलोverified 

Terah Pediya Uper Mhare Shyam Ko Banglo

तेरह पेड़िया ऊपर म्हारे,
श्याम को बंगलो।-2
सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों।
सेठ सावरों जी, म्हारो सेठ सावरों ||

पहली पेड़ी पग धरताही,
मिट जा सब संताप।
दूजी तीजी पेड़ी करदे,
मैल मना का साफ़।
ओ चौथी पेड़ी चढ़ता भूल्या,
दुनियादारी को रगड़ो।
सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों ||

पांचवीं पेड़ी के ऊपर,
नोबत मैं जोर बजावां।
मिलने आ गया टाबरिया,
यो डंको मार बतावां।
ओ छट्टी सातवीं पेड़ी चढ़कर,
बोला जयकारो तगड़ो।
सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों ||

आठवीं पेड़ी ऊपर सारी,
तन की पीड़ा भागे।
नौंवी पेड़ी चढ़ता-चढ़ता,
सूती किस्मत जागे।
ओ दसवीं पेड़ी भेद मिटावे,
झूठी माया को सगलो।

सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों ||

ग्यारवी पेड़ी चढ़ता दिखे,
खाटू रो सिरदार।
बारवीं पेड़ी पर होवे,
अंतर की फुहार।
ओ सरिता तेरहवी पेड़ी लागे,
मोरछड़ी को फटको।

सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों ||

तेरह पेड़िया ऊपर म्हारे,
श्याम को बंगलो।
सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों।
सेठ सावरों जी, म्हारो सेठ सावरों||
सारे जग में राज करे है,
म्हारो सेठ सावरों।

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