भगता के सागे कीर्तन में, खाटू वालो नाच रहयोVerified Lyrics 

Bhakta Ke Sage Kritan Mein Khatu Walo Naach Rahyo

भगता के सागे कीर्तन में,
खाटू वालो नाच रहयो-२
ठुमक – ठुमक कर बड़ा चाव से,
बाबो घुमर घाल रहयो।

भात भात का इतर लगाकर,
श्याम धनि इतरावे-२
धीरे धीरे कदम मिलाकर,
ताल से ताल मिलावे-२
स्वर्ग से सुन्दर बण्यो नजारो-२
हिवडे श्याम समाए रहयो।

मोर छड़ी हाथा में लेकर,
श्याम धनि खुद चाले-२
भगता रा मनड़ा रि बाता,
खाटू वालो बाचे-२
नजर उतारो श्याम प्रभु की-२
चाँद दूज को लाग रहयो।

सगला मिलकर सेवा करलो
जनम जनम सुधरेला-२
दुनिया थाने जाने सगली,
श्याम न जो पूजेला-२
जीवन करदो श्याम हवाले-२,
बाबो हेलो मार रहयो।

श्याम को कीर्तन जो करवावे,
वो साचो बड़ भागी-२
दुनिया चाले लारा बिके,
श्याम प्रीत जो लगी-२
दिपु म्हारा श्याम को डंको-२
चार कूंट में बाज रहयो।

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