तेरी खाटू की नगरिया, मनै लागै प्यारी-प्यारी।

Teri Khatu Ki Nagariya, Mane Lage Pyari-pyari.

तर्ज:- अफसाना लिख रही हूँ।

तेरी खाटू की नगरिया, मनै लागै प्यारी-प्यारी।
प्रेम नज़र तेरी हो जाये तो खिल जाए फुलवारी ।।

तेरे दर्शन पावण की बाबा, मेरै लगन लगी दिल म।
बस तू ही तू दिखै सै, न्यू ज्योत जगी दिल म।
तेरी सूरत बसगी दिल म, हे बाबा चमत्कारी।। प्रेम नज़र तेरी… | 1 |

यूपी और हरियाणा, तनै ध्यावै राजस्थान।
दिल्ली बम्बई कलकत्ता म, तेरी ऊँची शान।
तू मेरी पहचान, मेरी तू ही दुनियादारी।। प्रेम नज़र तेरी… | 2 |

तेरी भगती मुझपे छाई, ज्यूँ छाए घटा सावन की ।
मैं तुझमें ऐसी खोई, भूली सूं सुधि तन की ।।
“चरणजीत” के मन की, तू करदे पूरी सारी।। प्रेम नज़र तेरी… | 3 |

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