म्हाने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँVerified Lyrics 

Mhane Durga Roop Dikha Mhari Maa

॥दोहा॥
आठ पहर चौसठ घडी, सिंवरू देवी तोय।
पट मंदिर का खोल दे, मैया दर्शन देवो मोय॥

म्हाने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा।
आदि भवानी माँ जगदम्बा, सिंह सवारी बेगी आ॥

जनम जनम सु प्यासा म्हारा, नैण उडीके थाने।
निशदिन सिंवरू माँ जगदम्बा, दर्श दिखावो माने।
भगता री रखवाळी अम्बा, भगता ने ले कंठ लगा।
दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा॥

इन कलजुग में माँ जगदम्बा, एक आसरो थारो।
दुखहरणी नवदुर्गा अम्बा, कष्ट हरी जो म्हारो।
मन में कर विश्वास तिहारो, अम्बा थारे द्वार खड़ा।
दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा॥

मोटो थारो नाम भवानी, तू मोटी महाराणी।
ब्रह्मा विष्णु देव मनावे, पूजे दुनियाँ सारी।
तू मोटी दातार भवानी, अन धन रा भंडार भरा।
दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा॥

महिषासुर ने मारण वाली, दुर्गा ने जग ध्यावे।
चंड मुण्ड ने मारण वाली, दुर्गा ने जग ध्यावे।
माँ अम्बा रा दर्शन कर ने, मनचाया फल पावे।
दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा॥

महिमा नवदुर्गा री कोई, दास अशोक सुनावे।
बेड़ो अबके पार करीजो, हाथ जोड़ समझावे।
हाथ धरो मस्तक पर अम्बा, चरणा थारे शीश धरा।
दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा॥

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *