श्यामा तेरे चरणों की…. राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए। सच कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए। श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की॥ सुनता हूँ तेरी रहमत, दिन रात बरसती है। एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कली खिल जाए। श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की॥ यह
ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण श्री राधा कृष्णाय नमः .. घूम घुमारो घामर सोहे जय श्री राधा पट पीताम्बर मुनि मन मोहे जय श्री कृष्ण . जुगल प्रेम रस झम झम झमकै श्री राधा कृष्णाय नमः .. राधा राधा कृष्ण कन्हैया जय श्री राधा भव भय सागर पार लगैया जय श्री कृष्ण .
राधे-राधे जपा करो, कृष्ण नाम रस पिया करो – 2 राधा देगी तुमको शक्ति, मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति, राधे कृपा दृष्टि बरसाया करो, राधे-राधे जपा करो…… राधे-राधे जपा करो, कृष्ण नाम रस पिया करो – 2 राधा रानी है महारानी, महिमा उनकी सब जग जानी, राधा चरणों में प्रीती किया करो, राधे-राधे जपा करो…..
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम माखन ब्रज में एक चुरावे, एक बेर भीलनी के खावे प्रेम भाव से भरे अनोखे, दोनों के
कर्ता करे ना कर सके, पर गुरु किए सब होये, सात द्वीप नौ खंड मे, मेरे गुरु से बड़ा ना कोए॥ सांवरे को दिल में बसा के तो देखो, दुनिया से मन को हटा के देखो, बड़ा ही दयालु है बांके बिहारी, इक बार वृन्दावन आ करके तो देखो॥ बांके बिहारी भक्तों के दिलदार, सदा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा॥ हे नाथ नारायण… पितु मात स्वामी, सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा॥ हे नाथ नारायण… श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी… बंदी गृह के, तुम अवतारी, कही जन्मे, कही पले मुरारी, किसी के जाये, किसी के कहाये, है अद्भुद, हर बात तिहारी॥ (है अद्भुद, हर बात तिहारी)
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम साँवरे की बंसी को बजने से काम राधा का भी श्याम वोतो मीरा का भी श्याम जमुना की लहरें बंसीबट की छैयां किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया श्याम का दीवाना तो सारा बृज धाम लोग करें मीरा को… कौन जाने बाँसुरिया
ओ..कान्हा ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी, मुझको तु पहचान, मधुर सुना दो तान… ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान… जब से तुम संग मैंने अपने, नैना जोड़ लिये हैं, क्या मैया
बृंदाबन का कृष्ण कन्हैया, सब की आँखो का तारा -2 मन ही मन क्यो जले राधिका मोहन तो है सब का प्यारा मन ही मन क्यो जले राधिका मोहन तो है सब का प्यारा बृंदाबन का कृष्ण कन्हैया, सब की आँखो का तारा -2 जमना तट पर नंद का लाला, जब जब रास रचाए रे
मीठे रस से भरोरी, राधा रानी लागे, राधा रानी लागे म्हणे कारो कारो, यमुनाजी रो पानी लागे मीठे रस से भरोरी, राधा रानी लागे, राधा रानी लागे म्हणे कारो कारो, यमुनाजी रो पानी लागे मीठे रस से भरोरी, राधा रानी लागे, राधा रानी लागे म्हणे कारो कारो, यमुनाजी रो पानी लागे मीठे रस से भरोरी,