हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे, हेलो आयो रे।।2।। श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे। हेलो आयो रे… हेलो आयो रे.. खाटू की नगरी म, बाबा श्यामधणी को ठीडो रे।।2।। ज्याँसु मिलने की खातिर, यो मनड़ो ललचायो रे। हेलो आयो रे। हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे, हेलो आयो रे।।2।।
आ गया मैं दुनियांदारी, सारी बाबा छोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के उस मोड़ पै। हार गया मैं इस दुनियां से, अब तो मुझको थाम ले, कहा मुझे किसी श्याम भगत ने, बाबा का तू नाम ले। अपने पराए छोड़ गए सब, दिल मेरा ये तोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के
बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे। सखी बाबुल बुलावे म्हाने गाँव, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये। मिलने का दिन गिन गिन काटा, जद या ग्यारस आवे-२
तर्ज :- ये प्रार्थना दिल की… छुपा नहीं तुमसे, मेरा हाल पुराना है। दुनिया सारी कहती, ये श्याम दीवाना है। सांवरे तेरा दीवाना हूँ मैं -(2) कीर्तन में तेरे आकर, फरियाद करता हूँ। तेरे आगे रोकर के, दिल की बात कहता हूँ। तुम हरपल साथ मेरे, दिल का यही कहना है।। दुनिया सारी कहती… ।।1।।
तर्ज़:- तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा दुनिया के दुख दर्द से जब दिल मेरा घबराया। तब आकर तुमने बाबा, सीने से मुझे लगाया।। जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम…… जय श्री श्याम, श्री श्याम श्री श्याम…… गिरते थे ठोकर खाकर, था कोई नही सहारा, तब साथ दिया मेरा तूने,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है, मेरे मांझी बन जाओ मेरी नाव चला जाओ, बेटे को बाबा श्याम गले लगा जाओ, हारा हूँ बाबा पर…. मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता , बिन बोले भक्तों की बिगड़ी बनाता, मिलता ना किनारा है ना कोई और सहारा
जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है, वो खाटू वाला श्याम धनि मेरा यार है, खाटू में लगा कर बैठा जो दरबार है, मेरा यार है वो मेरा यार है। कोई हमसे पूछ के देखो कैसे ये नाम है करता, भगतो से पूछ कर देखो कैसे ये काम करता, इनके भगतो के आगे सब लाचार
जिस के घर में खाटू वाले की, तस्वीर लगाई जाती है, जिस घर में नीले वाले की, नित जोत जगाई जाती है, जिस घर का छोटा बच्चा भी, श्री श्याम की माला जपता है, वहाँ श्याम का पहरा रहता है। पता लगा लो, उस घर की कहानी, जान के होगी सब को हैरानी, उस घर
देता हरदम सांवरे, तू हारे का साथ, मैं भी जग से हार के आया, थाम ले मेरा हाथ, देता हरदम साँवरे, तू हारे का साथ।। रो रही आँखें मेरी, हँसता जमाना है मुश्किलों में घिर गया, तेरा दीवाना है, बिन तेरे अब कौन सुने, मेरे दिल की बात, मैं भी जग से हार के आया,