हो मैं परदेसी हूँ पहली बार आया हूँ, दर्शन करने मइया के दरबार आया हूँ, हो मैं परदेसी हूँ पहली बार आया हूँ, दर्शन करने मइया के दरबार आया हूँ। ऐ लाल चुनरिया वाली बेटी, ये तो बताओ माँ के भवन जाने का रास्ता किधर से है, इधर से है या उधर से सुन रे
मेरी दाती दिया सोहनीया सुंदर पहाड़िया ने, जिथे माता वसे जग दी दाता वसे, शेरावाली वसे जग दी वाली वसे, मेरी दाती दिया… सुंदर गुफा विच बैठी भवानी, विश्व दी मालिक वैष्णो रानी, राती दिने ओहदे खुले द्वारे, झोलियाँ भर लो भरे ने भंडारे। मेरी दाती दिया… भोली माँ दा ओथे भवन रंगीला, बूहे उते
दो एकम दो दो दुनि चार प्रेम से बोलो मैया जी की जय जय कार, दो तीया छे दो चौके आठ देखो जी देखो मेरी मैया जी के ठाठ, दो एकम दो दो दुनि चार……….. मैया की महिमा है बड़ी महान जैकारे से गूंज ता है सारा जहां, शेरोवाली मैया तेरी ऊंची है शान बचो
मैं हूॅं दासी तेरी दातिए, सुन ले विनती मेरी दातिए, मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं, मुझको इतना तू वरदान दे।। मेरा प्राणो से प्यारा पति, मुझसे बिछड़े न रूठे कभी, माता रानी से मेरी आयु लगे ये मनोकामना है मेरी, माँ तेरे लाल की मैं हूँ अर्धागनी, मैं हूँ दासी तेरी दातिए, सुन
तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे॥ (चाहे छुट जाये ज़माना,या मालो -जर छूटे, ये महल और अटारी,या मेरा घर छूटे, पर कहता है ये लख्खा,ऐ मेरी माता, सब जगत छूटे,पर तेरा न द्वार छूटे) तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे, अपना
प्रेम से बोलो जय माता दी, मिलकर बोलो जय माता दी। सुन सुन कर माँ चर्चे तेरे, आया तेरे द्वार ज्योता वाली पूरी कर दे, दुखियारे मन की आवाज, जय माता दी जय माता दी, जो भी आया है तेरे द्वार ओ माता शेरावालिए, जो भी आया है तेरे द्वार ओ माता शेरावालिए तूने सब
सदा पापी से पापी को भी, तुम माँ भव-सिन्धु तारी हो फंसी मझधार में नैया को भी, पल में उभारी हो ना जाने कौन ऐसी भूल, मुझ से हो गयी मैया तुमने अपने इस बालक को माँ, मन से बिसारी हो बिगड़ी मेरी बना दे मैया जी मेरी मैया बिगड़ी मेरी बना दे ऐ शेरोंवाली
आजा माँ आजा माँ एक बार, मेरे घर आजा माँ, मैंने मन मंदिर में मैया, तेरी ज्योत जगाई। करके शेर सवारी, आजा इक बारी महामाई, आजा मां आजा मां एक बार, मेरे घर आजा माँ॥ मेरे सुने आँगन में माँ, खुशियाँ तू बरसा दे, करुणामई ऐ जगदम्बे माँ, सोया भाग जगा दे। मैंने सारी दुनिया
तेरे सदके तू भेज दे बुलावा। दोनों हाथ जोड़ के मैं आऊं शेरावालिये, मांगू और क्या मैं इस के अलावा। छोड़ के ना दर तेरा जाऊं शेरावालिये। शेरां वाली, मेंहरा वाली ज्योतां वाली, लाटा वाली (शेरां वाली, मेंहरा वाली ज्योतां वाली, लाटा वाली) धरती क्या आकाश है क्या सब तेरे इशारों से चलते हैं, चाँद
मेरी मैया की चुनरी कमाल है, (मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं) रंग सोणा सोणा लाल लाल है। मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं, रंग सोणा सोणा लाल लाल है।। माँ की चुनरी के देख नज़ारे, चम चम चमके जिसमे, चाँद और सितारे, रंग उड़ रहे है प्यारे प्यारे। हीरे मोती से सजी बेमिसाल है,