Author: Ranjana Tanwar

भक्तो के द्वार पधारो प्यारे गौरी के ललन

भक्तो के द्वार पधारो, प्यारे गौरी के ललन, हर बिगड़े काज सवारों, प्यारे गौरी के ललन, गौरी के ललन, महामाई के ललन, भोलेनाथ के ललन, भक्तो के द्वार पधारो, प्यारे गौरी के ललन।। भाँति भाँती के फूल मँगाए, मंडप द्वार सजाए है, श्रद्धा भक्ति और लगन से, अंगना चौक पुराए है, धुप दिप से महक

बिगड़ी तेरी बनाएगा नाम गणपति

बिगड़ी तेरी बनाएगा, नाम गणपति का, संकट सभी मिटाएगा, नाम गणपति का, बिगड़ी बनाएगा, संकट मिटाएगा, कष्ट ना कभी तू पायेगा, जो मन से तू गाएगा, नाम गणपति का, बिगड़ी तेरी बनाएगा, नाम गणपति का।। मंगल मूरत मंगल कर दो, सुख समृद्धि का हमको वर दो, हाथ दया का सर पर धर दो, भक्ति अपनी

ऐ विघ्नहर्ता ऐ बाप्पा विघ्नहर्ता

ऐ विघ्नहर्ता ऐ बाप्पा विघ्नहर्ता सहस्त्र भक्त जान का तू एक करता धर्ता है द्वेष मुक्त मन वह तू जिसमे वास करता इसी लिए तो सबसे पहले भोले बाप्पा मोरया रे ऐ विघ्नहर्ता ऐ बाप्पा विघ्नहर्ता तिलक तेरा है माथे पे जिसके भी निखरता धर्म की कसौटी पे हैं खरा उतरता इसी लिए तोह सबसे

प्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा गणपति

प्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा, गणपति जगत खिवैया, शिव नँदन अब आज हमारी, पार लगाना नैय्या, जय गौरी के लाला॥ खजराना मे आन बिराजे, ये मेरे गणराज रे,  रिद्धि सिद्धि के दाता देखो, ये मेरे महराज रे, तुम हि दिन बंधु दुख हरता, तुम ही सर्व जगत के कर्ता, आन विराजौ बिछी हुई है, आशाओं की छैया,

प्रथम तुला वंदितो

प्रथम तुला वंदितो कृपाला गजानना, गणराया………4 प्रथम तुला वंदितो………… विघ्न विनाशक, गुणीजन पालक……2 दुरित तिमिर हरका……2 सुखकारक तू, दुक्खा विदारक……2 तूच तुज़्य सारखा……2 वकक्रतुण्डा ब्रम्हांड नयका……2 विनायका प्रभुराय……2 प्रथम तुला वंदितो कृपाला गजानना, गणराया ………4 प्रथम तुला वंदितो ………… सिद्धि विनायक, तूच अनंता……2 शिवात्मजा मंगला……2 सिंदूर वेदना, विद्याधीशा……2 गणाधिप वत्सला………2 तूच ईश्वर सहाय करावे ………2

पहले तुम्हे मनाये चरणों में सर झुकाये

पहले तुम्हे मनाये,चरणों में सर झुकाये, गिरिजा के लाल आओ,बिगड़ी मेरी बनाओ।। हार चढ़ाऊँ देवा,फूल चढ़ाऊँ, और चढ़ाऊँ मेवा,लड्डुवन का तोहे, भोग लगाऊँ,संत करे तेरी सेवा। पहले तुम्हें मनाये,चरणों में सर झुकाये, गिरिजा के लाल आओ,बिगड़ी मेरी बनाओ।। माता तुम्हारी देवा,पार्वती कहिये, पिता है शंकर देवा, रिद्धि सिद्धि संग में आओ, आओ गजानन आओ। पहले

देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन

​देवा हो देवा, गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन, स्वामी तुमसे बढ़कर कौन। और तुम्हारे भक्तजनों में, हमसे बढ़कर कौन, हमसे बढ़कर कौन।। अद्भुत रूप ये काया भारी, महिमा बड़ी है दर्शन की, प्रभु महिमा बड़ी है दर्शन की। बिन मांगे पूरी हो जाए, जो भी इच्छा हो मन की प्रभु जो भी इच्छा हो मन

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा ज्वाला सी जलती है आँखो मे जिसके भी दिल मे तेरा नाम है, परवाह ही क्या उसका आरंभ कैसा है और कैसा परिणाम है, धरती

दुःखहर्ता बनके सुखकर्ता बनके

दुःखहर्ता बनके सुखकर्ता बनके चले आना गणपति चले आना तुम विघ्नविनाशक आना इच्छा पूरी करो, हाथ सर पर धरो चले आना गणपति चले आना तुम अष्ट विनायक आना मोदक हाथ ले के, खुशीआं साथ ले के चले आना गणपति चले आना तुम भाग्य विधाता आना रिधि साथ ले के, सिधी साथ ले के चले आना

तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली

तेरे द्वार खड़ा भगवान हो, तेरे द्वार खड़ा भगवान, भगत भर दे रे झोली।। तेरा होगा बड़ा एहसान,  कि जुग जुग तेरी रहेगी शान, भगत भर दे रे झोली, तेरे द्वारे खड़ा भगवान, भगत भर दे रे झोली, ओ भगत भर दे रे झोली।। डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा, भीख